इस नई व्यवस्था में एनएसजी- 5 और एनएसजी-6 (नान सबअर्बन ग्रुप) के स्टेशन और जंक्शन शामिल होंगे। पूर्वोत्तर रेलवे में बोर्ड के फैसले को अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वाराणसी मंडल प्रशासन ने एनएसजी - 5 व 6 श्रेणी के 31 स्टेशनों व जंक्शनों पर 41 एसटीबीए रखने का टेंडर भी निकाल दिया गया है। इसी तरह लखनऊ मंडल प्रशासन ने भी एनएसजी 5 श्रेणी के स्टेशनों पर एसटीबीए रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन स्टेशनों पर तीन वर्ष के लिए एसटीबीए रखे जाएंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार के अनुसार, यात्रियों को समय से अनारक्षित रेल टिकटों की बिक्री के लिए एनएसजी -5 एवं 6 श्रेणी के स्टेशनों पर स्टेशन टिकट बुकिंग एजेंट रखने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे यात्रियों को सहूलियत मिलेगी।
दरअसल मानव संसाधन के नाम पर रेलवे के खचरें में कटौती भी की है। जानकारी के मुताबिक भारतीय रेलवे के कुल खर्च का 67 प्रतिशत मानव संसाधन पर जाता है। रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के अनुसार खचरें में कमी लाने के लिए रेलवे प्रशासन कम कार्य वाले पदों पर तैनात कर्मियों को दूसरे कार्यस्थलों पर समायोजित करेगा और खाली हो रहे पदों को सरेंडर कर आवश्यक कार्य आउटसोर्स से पूरे कराए।