Samachar Nama
×

बॉडी में इन वजहों से हो सकती है इंटरनल ब्लीडिंग, कभी भी इन दिक्कतों को न करें नजरअंदाज

;

लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क, जब भी कोई चोट लगती है और खून बहने लगता है तो हमें इस बात का अंदाजा हो जाता है कि चोट कितनी गहरी है और इसे हम ब्लीडिंग कहते हैं। लेकिन चोट लगने या अन्य किसी कारण से खून बहने के बजाय अगर शरीर के अंदर ही रह जाए या खून का रिसाव हो जाए तो इसे इंटरनल ब्लीडिंग कहते हैं। आपने यह शब्द बहुत कम ही सुना होगा, लेकिन हम आपको बता दें कि इंटरनल ब्लीडिंग कई तरह की हो सकती है और इसमें हमें पता नहीं होता है कि ब्लीडिंग किस स्तर पर हो रही है। कई बार इंटरनल ब्लीडिंग बहुत खतरनाक हो सकती है, इसलिए हमारे लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि शरीर में इंटरनल ब्लीडिंग क्यों होती है और इसका पता कैसे लगाया जा सकता है।

 आंतरिक रक्तस्राव क्या है?
जब रक्त वाहिकाओं से रक्त निकल तो आता है लेकिन शरीर के किसी बाहरी हिस्से पर दिखाई नहीं देता बल्कि शरीर के अंदर ही जमा हो जाता है तो उसे आंतरिक रक्तस्राव कहते हैं। आंतरिक रक्तस्राव का आमतौर पर बाहर से पता नहीं चलता है। यह कितना खतरनाक है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आंतरिक रक्तस्राव कहां हो रहा है।

 ये हैं इंटरनल ब्लीडिंग के कारण
इंटरनल ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं। किसी भी तरह की चोट लगने से इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है। इसके अलावा शरीर के अंदर किसी तरह की बीमारी या कमी के कारण भी इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है। जब शरीर में फ्रैक्चर यानी हड्डियां टूट जाती हैं तो अधिक मात्रा में आंतरिक रक्तस्राव होने की संभावना होती है। हीमोफिलिया की स्थिति में शरीर में आंतरिक रक्तस्राव भी हो सकता है। चिकनगुनिया और डेंगू जैसे कुछ बुखार भी हैं जो आंतरिक रक्तस्राव की संभावना को बढ़ाते हैं।
 

Share this story

Tags