गर्मियों में बच्चों को लू लगने पर दिखते हैं ये 5 खतरनाक लक्षण, 2 मिनट के शानदार वीडियो में जाने उपचार के उपाय

गर्मी का मौसम बच्चों के लिए बहुत मुश्किल भरा होता है। गर्मी के दिनों में बच्चे छुट्टियां मनाने भी चले जाते हैं। जिसके कारण बच्चे काफी समय तक बाहर रहते हैं। गर्मी के कारण कई बार लू चलती रहती है, जो शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होती है। बच्चों में हीट स्ट्रोक के कारण कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। बच्चों को हीट स्ट्रोक का खतरा इसलिए ज्यादा होता है क्योंकि बच्चे अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाते और कई बार हीट स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों के बारे में भी ठीक से नहीं बता पाते। जब बच्चे को हीट स्ट्रोक होता है तो उसके शरीर का तापमान सामान्य से कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। बच्चों में हीट स्ट्रोक होने पर उसके शरीर को ठंडा रखने की कोशिश करनी चाहिए। ताकि उसके शरीर के तापमान का पता लगाया जा सके। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने डॉ. केपी सरदाना से बात की।
बुखार
हीट स्ट्रोक के कारण बच्चों को 103 डिग्री फारेनहाइट या इससे ज्यादा बुखार हो सकता है। इस स्थिति से निपटने के लिए बच्चे को जल्द से जल्द डॉक्टर के पास ले जाएं। कई बार बुखार के कारण त्वचा रूखी होने के साथ-साथ लाल और बहुत ज्यादा गर्म भी हो सकती है।
डायरिया
कई बार बच्चों को हीट स्ट्रोक लगते ही डायरिया की शिकायत होने लगती है। ऐसे में बच्चे को डॉक्टर को दिखाने के साथ ही कोशिश करें कि बच्चे को हाइड्रेट रखें और उसे ठंडी और हवादार जगह पर रखें। समय-समय पर उसके सिर, हाथ और पैरों पर ठंडे पानी की पट्टी लगाते रहें।
कम पसीना आना
जी हां, आपने देखा होगा कि बच्चों को गर्मी लगने पर पसीना आने लगता है, लेकिन हीट स्ट्रोक लगने पर पसीना आना बंद हो जाता है। साथ ही उन्हें पसीना भी कम आ सकता है। बच्चों को हीट स्ट्रोक होने पर ये लक्षण सबसे पहले और आसानी से दिखाई देते हैं।
बेचैनी
हीट स्ट्रोक होने पर बच्चों को बेचैनी भी हो सकती है। कई बार बेचैनी के साथ-साथ उन्हें तेज सिरदर्द होता है और चक्कर भी आ सकते हैं। कई बार जब बच्चे को तेज हीट स्ट्रोक होता है तो पूछने पर भी वह जवाब नहीं देता। ऐसे में बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं और उसका इलाज करवाएं।
उल्टी
हीट स्ट्रोक के कारण बच्चों को उल्टी भी हो सकती है। साथ ही बच्चे को गैस और पेट में ऐंठन की समस्या भी हो सकती है। उल्टी होने पर बच्चे के शरीर में पानी की कमी न होने दें। बच्चे को ऐसी चीजें खिलाने से बचें जो पचने में मुश्किल हों।
बच्चों को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए क्या करें
बच्चों को हीट स्ट्रोक होने पर कम कपड़े पहनाएं और सूती कपड़े ही पहनाएं।
अगर आप घर से बाहर हैं तो बच्चे को तुरंत ठंडी और छायादार जगह पर ले जाएं।
बच्चे के शरीर को ठंडे पानी में भिगोए कपड़े से पोछें।
बच्चों को नारियल पानी के साथ लस्सी, छाछ और नींबू पानी भी दिया जा सकता है।
जब भी आप बाहर जाएं तो अपना और अपने बच्चे का सिर ढककर रखें। ऐसा करने से वे हीट स्ट्रोक से सुरक्षित रहेंगे।
बच्चों में हीट स्ट्रोक होने पर ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, अगर लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर को दिखाने के बाद ही बच्चों को दवा दें।