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लंबे समय तक बैठने से शरीर में लग सकती हैं कई गंभीर बीमारियां, जानें बीच-बीच में चलना-फिरना क्यों जरूरी?

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हेल्थ न्यूज़ डेस्क,खुद को बीमारियों से सुरक्षित रखने के लिए 'फिजिकल एक्टिविटी' बेहद जरूरी है, भले ही आप सिर्फ दिन भर चलने की आदत बना लें। एक जगह पर घंटों बैठे रहने से आपके शरीर में कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कई घंटों तक बैठे रहने के बजाय थोड़ी-थोड़ी देर में छोटी-छोटी शारीरिक गतिविधियां करना सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। आजकल ऑफिस का ज्यादातर काम लैपटॉप और कंप्यूटर तक ही सीमित रह गया है। यही वजह है कि लोग लगातार घंटों एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं।आपको पता होना चाहिए कि घंटों एक ही स्थिति में बैठे रहने से आप बाद में कई गंभीर बीमारियों को गले लगा सकते हैं। आइए जानते हैं कि लंबे समय तक बैठे रहने और फिजिकल एक्टिविटी न करने से आपकी सेहत पर क्या असर पड़ सकता है।

1. जीवन काल में कमी: बहुत देर तक बैठे रहने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि दिल का दौरा, मधुमेह, कैंसर और उच्च रक्तचाप आदि। शारीरिक स्वास्थ्य का मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है। लोगों में तनाव और अवसाद जैसी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का भी खतरा ज्यादा होता है।

2. वजन बढ़ना हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, जब हम दिन भर लगातार बैठे रहते हैं तो लिपोप्रोटीन लाइपेज जैसे मॉलिक्यूल्स ज्यादा रिलीज नहीं होते हैं, जिससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है. यहां तक कि आप भी मोटापे के शिकार हो सकते हैं।

3. दिन भर थकान: जब आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो आपको अधिक थकान महसूस होती है. लगातार 7 से 8 घंटे एक ही स्थिति में बैठे रहने से थकान होने लगती है, जिससे आपके बाकी काम प्रभावित होते हैं।

4. पोस्चर इम्बैलेंस: जब हम काफी देर तक एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं तो कभी हम झुक जाते हैं तो कभी सीधे बैठ जाते हैं। इससे पॉश्चर के असंतुलन की समस्या पैदा हो सकती है, यानी आपका पोस्चर बिगड़ सकता है। इससे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द भी होने लगता है। यह रीढ़ की हड्डी पर भी दबाव बनाता है।

5. कमर और गर्दन में दर्द लंबे समय तक बैठे रहने से आपकी पीठ, कमर और गर्दन में दर्द हो सकता है। जब हम ज्यादा देर तक बैठते हैं तो हमारी पीठ के निचले हिस्से और नसों आदि पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इसके अलावा स्क्रीन के साथ ज्यादा समय बिताने से गर्दन में भी अकड़न होने लगती है।

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