सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है बालों का झड़ना? जानें इसके असली कारण
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। सर्दियों के मौसम में स्किन और बालों की खास देखभाल करना बेहद जरूरी होता है। अक्सर लोग समझते हैं कि बाल झड़ना केवल मौसम का असर है और इसे नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन असल में इसके पीछे कई वजहें छिपी होती हैं।
आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान, दोनों ही मानते हैं कि ठंड का मौसम हमारे बालों पर सीधा असर डालता है, कभी स्कैल्प को सुखा देता है, तो कभी पोषण की कमी को बढ़ा देता है।
अगर सही समय पर वजह को पहचान लिया जाए, तो बालों के झड़ने पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
सर्दियों की हवा में नमी कम हो जाती है, जिससे शरीर की तरह स्कैल्प भी सूखने लगता है। जब सिर की त्वचा ड्राई हो जाती है, तो उस पर रूसी बनने लगती है।
आयुर्वेद के अनुसार, यह वात दोष बढ़ने का संकेत है, जबकि विज्ञान कहता है कि सूखापन स्कैल्प की प्राकृतिक परत को कमजोर कर देता है और डैंड्रफ बनने लगता है। डैंड्रफ जड़ों को कमजोर करता है और इसी वजह से बाल ज्यादा झड़ने लगते हैं। सिर में हल्की खुजली, सफेद परतें और बालों का टूटना, ये सभी संकेत बताते हैं कि स्कैल्प को नमी की जरूरत है। ऐसे में हल्के गर्म तेल से मसाज फायदेमंद होती है।
कई लोग इस मौसम में बालों के रूखेपन से परेशान होकर ज्यादा तेल लगाने लगते हैं। लेकिन, आयुर्वेद और डर्मेटोलॉजी दोनों का कहना है कि स्कैल्प को जरूरत से ज्यादा तेल देना उल्टा असर कर सकता है। जब सिर पर बहुत तेल जमा हो जाता है, तो वहां फंगस तेजी से बढ़ सकता है, जो डैंड्रफ पैदा करता है। इससे बाल और भी ज्यादा झड़ने लगते हैं। इसलिए, तेल सही तरीके से और सही मात्रा में लगाएं। साथ ही तेल को शैम्पू करने से थोड़ी देर पहले ही लगाएं, ताकि स्कैल्प को पोषण मिले, लेकिन वह भारी न हो।
सर्दियों के गर्म कपड़े भी कई बार अनजाने में बालों के दुश्मन बन जाते हैं। ऊन या खुरदुरे कैप बालों को रगड़ते हैं, जिससे वे कमजोर होकर टूटने लगते हैं। रात में रजाई में सिर ढककर सोने से भी बाल उलझते हैं और नमी कम हो जाती है। इसलिए, अगर कैप पहननी ही है, तो मुलायम कपड़े की कैप पहनें और रात में साटन या सिल्क का कवर इस्तेमाल करें। इससे बाल सुरक्षित रहते हैं और टूटने की समस्या कम होती है।
--आईएएनएस
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