कोई भी निर्णय लेने से पहले ध्यान में जरूर रखें यह बातें बच्चे
जयपुर । आज कल के बच्चे अपने निर्णय खुद लेना पसंद करते हैं । एक समय था जब बच्चे अपने माता पिता के कहने में ही चला करते थे । जो उन्होने कह दिया उनके लिए पत्थर की लकीर हुआ करता था । इतना ही नही ब्च्चे अपनी इच्छाओं को मार कर भी अपने माँ बाप की इच्छों को पूरा करते थे । पर कहीं न कहीं उनके असफल होने के पिछे का कारण यही होता था की उनको यह सब नही करना था जो की उनके माँ बाप ने उनके लिए चुना था ।
आज के बच्चे ऐसा नही करते हैं । आज के बच्चों को आजादी चाहिए वह अपने निर्णय खुद लेना पसंद करते हैं और वह अपना केरियार भी खुद ही चुनना पसंद करते हैं , पर उनके अंदर इस क्षमता का भी विकास करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है की वह अपना निर्णय खुद अच्छे से ले सकें उनका फ़ैसला सही हो वह गलत निर्णय ले कर अपनी जिंदगी खराब न कर लें । आइये जानते हैं इस बारे में कुछ खास ।
हम जो भी काम करते हैं, उसमें हमारी भावनाएं अहम भूमिका निभाती हैं, इसलिए कोई भी निर्णय लेते वक्त अपनी भावनाओं की अनदेखी नहीं करें। अगर आप बहुत ही ज्यादा भावुक महसूस कर रही हैं तो उस वक्त कोई भी निर्णय लेने से बचें। निर्णय लेने को कुछ देर के लिए टाल दें।
अगर किसी निर्णय को लेकर आपके मन में शंका है कि वह निर्णय सही साबित नहीं होगा, तो उस निर्णय को लेने से बचें। अगर आपके सोचने का तरीका ही नकारात्मक हो चुका है, तब तो बात ही दूसरी है। पर अगर सच में किसी निर्णय को लेकर आपके मन में कोई बात खटक रही है तो अपने मन की उस बात को सुनें। उस विषय में अच्छी तरह से विचार-विमर्श करने के बाद जो उचित लगे, वैसा निर्णय लें ।
कोई निर्णय लेते वक्त अगर आप उसके बारे में असहज महसूस कर रही हैं तो फिर वह निर्णय नहीं लें। कोई भी निर्णय लेना मानसिक और शारीरिक रूप से थकावट भरा काम होता है। सिर्फ इस वजह से ही आप शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से थकावट महसूस कर सकती हैं। अगर कोई बात आपको पहले से ही इतना परेशान कर रही है तो बेहतर होगा कि आप खुद को इस झमेले में कभी न फसायेँ ।