Samachar Nama
×

लू से कैसे बचाएं खुद को और अपने परिवार को? वीडियो में जानिए गर्मी में ज़िंदगी बचाने वाली ये 8 जरूरी सावधानियां 

लू से कैसे बचाएं खुद को और अपने परिवार को? वीडियो में जानिए गर्मी में ज़िंदगी बचाने वाली ये 8 जरूरी सावधानियां 

गर्मी का मौसम भारत में हर साल अपने साथ सिर्फ तपिश ही नहीं लाता, बल्कि कई बार जानलेवा हालात भी पैदा करता है। इनमें सबसे खतरनाक स्थिति होती है लू लगने की। हर साल देश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाता है, जिससे हीट स्ट्रोक या लू लगने के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग इसकी चपेट में सबसे पहले आते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि हम खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए सही सावधानियों को अपनाएं।

क्या है लू?
लू, गर्मियों में चलने वाली बेहद गर्म और शुष्क हवाएं होती हैं। ये आमतौर पर उत्तर भारत, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में अप्रैल से जून के बीच चलती हैं। जब शरीर अत्यधिक गर्मी को सहन नहीं कर पाता, तो थकावट, चक्कर आना, उल्टी, तेज बुखार और बेहोशी जैसी समस्याएं होने लगती हैं, जिसे हीट स्ट्रोक कहा जाता है।

लू से कौन सबसे ज़्यादा प्रभावित होता है?
बच्चे और बुजुर्ग: इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
दैनिक मजदूर और बाहर काम करने वाले लोग: जैसे कि निर्माण कार्य करने वाले मज़दूर, ट्रैफिक पुलिस आदि।
बीमार व्यक्ति: विशेषकर जिन्हें दिल, फेफड़ों या डायबिटीज़ की समस्या है।

लू लगने के प्रमुख लक्षण
शरीर का तापमान 103°F (39.4°C) या उससे अधिक
तेज सिरदर्द और कमजोरी
चक्कर आना या बेहोशी
त्वचा का लाल और गर्म होना (पसीना आना बंद हो सकता है)
उल्टी या मितली
तेज़ दिल की धड़कन
भ्रम या बोलने में कठिनाई

लू से बचने के जरूरी उपाय
1. दिन में बाहर निकलने से बचें
दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर न निकलें। अगर ज़रूरी हो तो सिर को कपड़े या छतरी से ढककर निकलें।

2. हल्के और ढीले कपड़े पहनें
गर्मी के मौसम में सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनें जो पसीना जल्दी सोख लें और शरीर को ठंडा रखें।

3. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना ज़रूरी है। बाहर निकलने से पहले पानी पी लें और साथ में पानी की बोतल जरूर रखें।

4. नमक और शक्कर वाला पानी
गर्मी में शरीर से नमक और मिनरल्स निकल जाते हैं। ऐसे में नींबू-पानी, ओआरएस, बेल का शरबत, छाछ, नारियल पानी जैसी चीज़ें पीते रहें।

5. खाना हल्का रखें
तैलीय और भारी खाना लू में पचाने में मुश्किल हो सकता है। मौसमी फलों और सलाद को आहार में शामिल करें।

6. घरों को ठंडा रखें
घर में खिड़कियों पर गीले पर्दे लगाएं, छत पर पानी डालें, कूलर या पंखे का सही उपयोग करें। दिन में खिड़कियां बंद रखें ताकि गर्म हवा अंदर न आए।

7. बच्चों और बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान
बच्चों और बुजुर्गों को दोपहर में बाहर खेलने या टहलने से रोकें। उन्हें पर्याप्त तरल पदार्थ दें और समय-समय पर शरीर का तापमान चेक करते रहें।

8. लू लगने पर क्या करें?
अगर किसी को लू लग जाए, तो तुरंत नीचे दिए गए प्राथमिक उपचार करें:
व्यक्ति को छांव या ठंडी जगह पर ले जाएं।
उसके शरीर पर ठंडा पानी डालें या गीला कपड़ा रखें।
पंखा चलाएं और हवा लगने दें।
व्यक्ति को पानी, ORS या नींबू पानी दें (अगर वह होश में हो)।
हालत गंभीर लगे तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर या अस्पताल ले जाएं।

सरकार और संस्थाओं की भूमिका
हर साल गर्मी की शुरुआत से पहले स्वास्थ्य विभाग और मेट डिपार्टमेंट द्वारा हीट वेव अलर्ट जारी किए जाते हैं। स्कूलों में समय बदलना, मजदूरों को दोपहर में काम न करवाना और अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार करना राज्य सरकारों की प्राथमिकता होनी चाहिए।

बच्चों को कैसे लू से बचाएं?
स्कूल से लौटने पर बच्चों को तुरंत ठंडा पानी न पिलाएं, पहले थोड़ी देर आराम करने दें।
दोपहर में बाहर खेलने से रोकें।
उनके टिफिन में फल, छाछ या नींबू पानी जरूर दें।
बाहर जाते समय कैप और पानी की बोतल दें।

गर्मी से बचाव का सबसे बेहतर तरीका है – एहतियात और जागरूकता। लू को नज़रअंदाज़ करना जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन सही जानकारी और समय पर की गई सावधानियां इससे बचा सकती हैं। खुद भी सुरक्षित रहें और अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करें, ताकि ये गर्मी किसी की ज़िंदगी के लिए खतरा न बने।

Share this story

Tags