बहुत तेज़ी से फैल रहा है हेपेटाइटिस बी का कहर , नहीं समझ पाते हैं लोग इ
जयपुर । हेपाटाइटिस बी वायरस (HBV) के काऱण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो मनुष्य के साथ बंदरों की प्रजाति के लीवर को भी संक्रमित करती है, जिसके कारण लीवर में सूजन और जलन पैदा होती है जिसे हेपाटाइटिस कहते हैं । विश्व की जनसंख्या के एक तिहाई लोग, दो अरब से अधिक, हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 35 करोड़ इस वायरस के दीर्घकालिक वाहक के रूप शामिल हैं।
यह अक्यूट और क्रोनिक दोनों तरह का हो सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की रिपोर्ट की मानें तो बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और थाइलैंड ने हेपेटाइटिस बी को कंट्रोल कर लिया है। यह बीमारी विकासशील देशों के लिए बड़ा खतरा है। यह बीमारी भले ही लीवर से जुड़ी हुई है पर यह बहुत ही गंभीर रूप मले सकती है लीवर फैलियर और कैंसर दोनों का कारण यह बीमारी बन सकती है । आज हम आपको इस बीमारी के कुछ के बारे में बताने जा रहे हैं । आइए जानते हैं इस बारे में ।
सबसे खतरनाक बात यह है कि शुरुआती दौर में इसके लक्षण भी समझ नहीं आते। लक्षण फ्लू से मैच करते हैं तो इंसान समझ नहीं पाता। इसमें थकान, ह्का बुखर भूख न लगना, उळ्टी, पेट दर्द, सिर दर्द, आंखों में पीलापन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ लोगों का लिवर तक फेल हो जाता है जिससे डेथ हो जाती है।
इसके साथ ही आसानी से खून निकल आना ,आसानी से खरोंच या चोट लग जाना ,बहुत ज्यादा थकान होना ,भूख न लगना , त्वचा व आंखों का पीला होना ,यूरिन डार्क होना ,खुजली होना , पैरों में सूजन बने रहना , अचानक वजन कम होना शुरू होना ,चक्कर आना व बोलने में परेशानी होना ,मांसपेशियों में दर्द बने रहना ।