हेल्थ न्यूज़ डेस्क, आजकल के लाइफस्टाइल के चलते वजन बढ़ना एक आम समस्या हो गई है. वजन को कंट्रोल करने के लिए लोग तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। वजन घटाने के लिए लोग घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। अपने आहार में सुधार करें। अगर आप भी वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो चना आपकी मदद कर सकता है। अगर आप इसे सही तरीके से अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो इसके फायदे कम समय में ही नजर आने लगेंगे। आइए जानते हैं चने के फायदे और यह कैसे वजन घटाने में दोस्त की तरह काम करता है।
चना पोषण से भरपूर होता है
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार केवल 28 ग्राम काबुली चने में लगभग 102 कैलोरी होती है। इसका मतलब है कि 28 ग्राम काबुली चना खाने से 102 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसके साथ ही एक कप चने खाने से रोजाना की जरूरत के हिसाब से करीब 40 फीसदी फाइबर, 70 फीसदी फोलेट और 22 फीसदी आयरन मिलता है. काबुली चने को हमारा शरीर धीरे-धीरे पचाता है जिससे शरीर को जल्दी भूख नहीं लगती है। और यह ब्लड शुगर को कुछ हद तक बढ़ने से भी रोक सकता है।
वजन घटाने सहायता
छोले में फाइबर और प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. हाल ही में जारी एक सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि चने को अपनी डाइट में शामिल करने के बाद लोगों को अपना वजन 25 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिली है।
चने के साइड इफेक्ट भी
काबुली चना यानी छोले दरअसल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं. शरीर में आवश्यक प्रोटीन की कमी को चना बहुत जल्दी पूरा कर सकता है। लेकिन इसे लंबे समय तक रोजाना खाने से सेहत भी खराब हो सकती है। अगर रोजाना चना खाने से फाइबर या प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है तो गैस और अपच जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
काबुली चना खाने का सही समय
चना आमतौर पर एक स्वस्थ नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। रात को खाना खाने के बाद अचानक भूख लगने पर भी इसे खाया जा सकता है। चने को कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसे मसाले के साथ उबाल कर ग्रेवी के साथ भी खाया जा सकता है.
चना पोषण से भरपूर होता है
पोषण विशेषज्ञों के अनुसार केवल 28 ग्राम काबुली चने में लगभग 102 कैलोरी होती है। इसका मतलब है कि 28 ग्राम काबुली चना खाने से 102 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। इसके साथ ही एक कप चने खाने से रोजाना की जरूरत के हिसाब से करीब 40 फीसदी फाइबर, 70 फीसदी फोलेट और 22 फीसदी आयरन मिलता है. काबुली चने को हमारा शरीर धीरे-धीरे पचाता है जिससे शरीर को जल्दी भूख नहीं लगती है। और यह ब्लड शुगर को कुछ हद तक बढ़ने से भी रोक सकता है।
वजन घटाने सहायता
छोले में फाइबर और प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. हाल ही में जारी एक सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि चने को अपनी डाइट में शामिल करने के बाद लोगों को अपना वजन 25 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिली है।
चने के साइड इफेक्ट भी
काबुली चना यानी छोले दरअसल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं. शरीर में आवश्यक प्रोटीन की कमी को चना बहुत जल्दी पूरा कर सकता है। लेकिन इसे लंबे समय तक रोजाना खाने से सेहत भी खराब हो सकती है। अगर रोजाना चना खाने से फाइबर या प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है तो गैस और अपच जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
काबुली चना खाने का सही समय
चना आमतौर पर एक स्वस्थ नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। रात को खाना खाने के बाद अचानक भूख लगने पर भी इसे खाया जा सकता है। चने को कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसे मसाले के साथ उबाल कर ग्रेवी के साथ भी खाया जा सकता है.

