WhatsApp की सर्विस सभी यूजर्स के लिए पूरी तरह फ्री, तो फिर कैसे होती है कंपनी की कमाई, जानें डिटेल्स

आज के डिजिटल युग में WhatsApp दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप बन चुका है। लगभग 3.5 बिलियन से भी अधिक लोग इस ऐप का रोजाना उपयोग करते हैं। यह सिर्फ एक चैटिंग ऐप नहीं बल्कि वॉइस और वीडियो कॉलिंग के लिए भी सबसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म है। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब WhatsApp यूजर्स को सारी सुविधाएं फ्री में देता है, तो उसकी कमाई कैसे होती है? आइए जानते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी।
WhatsApp के जरिए कमाई का मॉडल
1. आम यूजर्स के लिए फ्री, बिजनेस के लिए पेड सर्विस
WhatsApp व्यक्तिगत यूजर्स को पूरी तरह से फ्री सर्विस प्रदान करता है। आप चाहे जितना भी मैसेज भेजें, कॉल करें या फाइल शेयर करें, इसके लिए कोई चार्ज नहीं लगता। लेकिन WhatsApp की कमाई का असली जरिया है WhatsApp Business API।
यह API छोटे और बड़े कारोबारियों के लिए बनाई गई है, जिससे वे सीधे अपने ग्राहकों से WhatsApp के माध्यम से संवाद कर सकते हैं। इस सर्विस का उपयोग करने वाली कंपनियों को हर एक मैसेज के हिसाब से भुगतान करना पड़ता है। यानी, जितना ज्यादा मैसेज भेजा जाएगा, उतनी ज्यादा WhatsApp की कमाई होगी।
WhatsApp सीधे विज्ञापन नहीं दिखाता, तो कमाई कैसे होती है?
WhatsApp अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन नहीं चलाता। लेकिन उसकी पैरेंट कंपनी Meta (पूर्व में Facebook) अपने अन्य प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन चलाकर कमाई करती है। फेसबुक या इंस्टाग्राम पर जब कोई यूजर किसी विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो वह ब्रांड WhatsApp के जरिए सीधे ग्राहक से संपर्क कर सकता है। इस तरह WhatsApp बिजनेस कॉन्टैक्ट के रूप में काम करता है, जिससे Meta को फायदा होता है।
संक्षेप में
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WhatsApp आम यूजर्स को मुफ्त सेवा देता है।
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व्यवसाय और कंपनियों से WhatsApp Business API के जरिए कमाई करता है।
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Meta के दूसरे प्लेटफॉर्म्स से विज्ञापन कमाई में WhatsApp की भूमिका अहम है।
इसलिए, WhatsApp एक फ्री ऐप होते हुए भी बिजनेस और विज्ञापन मॉडल के माध्यम से लाखों डॉलर की कमाई करता है।