अब फ्री राशन का झांसा देकर लोगों को अपना शिकार बना रहे साइबर अपराधी, चीन से आएगा कॉल और अकाउंट साफ़ जाने पूरा मामला
टेक न्यूज़ डेस्क - साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आज हम आपको एक नए तरह के साइबर ठगी रैकेट के बारे में बताने जा रहे हैं। हाल ही में एक नया साइबर ठगी का मामला सामने आया है। उत्तराखंड पुलिस ने गृह मंत्रालय के साथ मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह एक ऐसा गिरोह है जो सिम कार्ड से जुड़ी ठगी करता था और ठगी करने वालों के साथ मिलकर 1 करोड़ रुपये तक की ठगी कर चुका है।
ये ठगी करने वाले 1 करोड़ रुपये तक की ठगी कर चुके हैं। आरोपियों ने 20 हजार सिम कार्ड बेचे हैं, ये भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आरोपियों को बेचे जा रहे थे। इसमें चीन, थाईलैंड, म्यांमार, वियतनाम और मलेशिया के ठग भी शामिल थे और यह गिरोह उन्हें भारतीय सिम कार्ड मुहैया कराता था। पुलिस ने इस गिरोह के बारे में बताया और कहा कि इसकी मदद से ठगी को अंजाम दिया जाता था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से 1,816 सिम कार्ड, 2 चेक बुक, पांच मोबाइल फोन, 2 बायोमेट्रिक डिवाइस बरामद की हैं। इन सिम कार्ड का इस्तेमाल अलग-अलग तरीकों से किया जाता था। लोगों को उनके घर जाकर लालच दिया जाता था। कहा जाता था कि सरकार की कोई योजना चल रही है और उन्हें अपनी आईडी देनी होगी. उनकी आईडी लेकर उनके नाम पर सिम कार्ड जारी किए जाते थे. फिर इन सिम कार्ड का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जाता था।
इससे लोगों को भारी नुकसान होता था। साथ ही लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके बैंक डिटेल्स तक हासिल कर लिए जाते थे। इन सबसे बचने के लिए ऐसा किया जा रहा था। ये गिरोह लोगों के घर जाकर मुफ्त राशन का भी झांसा देता थ। राशन कार्ड के नाम पर लोगों की आईडी और बायोमेट्रिक सैंपल भी लिए जाते थे। इन सबका सहारा लेकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की जाती थी।