जानिए नॉर्मल कॉल और ‘इमर्सिव कॉल’ के बीच क्या है अंतर, यहां जाने Nokia की इस नई तकनीक के बारे में सबकुछ
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टेक न्यूज़ डेस्क - जैसे-जैसे तकनीक आगे बढ़ रही है, मोबाइल फोन कंपनियां भी यूजर्स को खास अनुभव देने के लिए नए-नए फीचर्स पर काम कर रही हैं। इसी कड़ी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से कॉल को लेकर नई सफलता हासिल हुई है। नोकिया ने दुनिया की पहली 'इमर्सिव कॉल' करके इतिहास रच दिया है। यह एक ऐसी तकनीक है, जो फोन पर बात करने के अनुभव को पूरी तरह बदल देगी। यह न सिर्फ वॉयस की क्वालिटी को बेहतर बनाती है, बल्कि जब आप कॉल के दूसरी तरफ बैठे व्यक्ति से बात कर रहे होते हैं, तो ऐसा महसूस होगा कि वह आपके बगल में बैठा है।
नोकिया के सीईओ ने इसे 'भविष्य की कॉल' बताया
इस समय इमर्सिव वॉयस और ऑडियो तकनीक की काफी चर्चा हो रही है। इसी क्रम में नोकिया के सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने भी इसे 'भविष्य की कॉल' बताया है। यह कॉल आपको 3D साउंड का आनंद देती है, जिससे आपको लगेगा कि आप जिससे फोन पर बात कर रहे हैं, वह आपके बगल में बैठा है। नोकिया टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष जेनी लुकेंडर का कहना है कि लाइव वॉयस कॉलिंग में यह सबसे बड़ी सफलता है, जिससे यूजर्स को काफी मदद मिलेगी।
इमर्सिव कॉल के लिए आम हैंडसेट का इस्तेमाल किया
नोकिया ने 5G पर इमर्सिव कॉल के लिए आम हैंडसेट का इस्तेमाल किया है। कंपनी के मुताबिक, इस तकनीक का इस्तेमाल कॉन्फ्रेंस कॉल में भी किया जा सकेगा, जो माहौल के हिसाब से आवाज में अंतर करेगा। इस फीचर को आम लोगों तक पहुंचने में कुछ साल लग सकते हैं। यह फोन यूजर्स के एक्सपीरियंस को काफी बढ़ाएगा। साथ ही, यूजर्स इसे आसानी से इस्तेमाल भी कर पाएंगे।