सैम ऑल्टमैन ने मानी अपनी गलती, ChatGPT 4o में आई गड़बड़ी, इस एक बयान ने मचाई हलचल
इन दिनों ChatGPT काफी चर्चा में है क्योंकि एक बार फिर OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने ChatGPT के बारे में कुछ ऐसा कहा है जिसने यूजर्स को हैरान कर दिया है। दरअसल, एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने साफ कर दिया है कि लोग इस AI टूल पर कुछ ज्यादा ही भरोसा कर रहे हैं, जबकि इसे इतना भरोसेमंद नहीं माना जाना चाहिए। साथ ही पॉडकास्ट में ऑल्टमैन ने यह भी कहा कि ChatGPT के कई फायदे हैं, लेकिन फिर भी यह कई गलतियां करता है।
बड़े लैंग्वेज मॉडल की यह एक कमजोरी है...
टेक्नोलॉजिस्ट एंड्रू मेन के साथ पॉडकास्ट बातचीत में ऑल्टमैन ने कहा कि लोग ChatGPT पर बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं, जबकि AI "भ्रम" करता है। यह एक ऐसा AI टूल है जिस पर बहुत ज्यादा भरोसा नहीं किया जाना चाहिए। ऑल्टमैन ने यह भी कहा कि बड़े लैंग्वेज मॉडल की एक कमजोरी यह है कि वे कभी-कभी तथ्यात्मक गलतियां कर देते हैं। ऑल्टमैन ने यह भी कहा कि यूजर्स को ChatGPT जैसी तकनीक का इस्तेमाल करते समय उतनी ही सावधानी बरतनी चाहिए जितनी वे किसी नई तकनीक के साथ बरतते हैं।
चैटजीपीटी में विज्ञापन देखे जा सकते हैं
सैम ऑल्टमैन ने यह भी कहा है कि भविष्य में ओपनएआई चैटजीपीटी में लेनदेन शुल्क या सीमित सहायता जैसे मुद्रीकरण मॉडल लाने के बारे में सोच सकता है, लेकिन अगर कंपनी पैसे कमाने के लिए एलएलएम परिणामों को बदलना शुरू कर देती है, तो यह विश्वास को नष्ट करने का क्षण होगा। ऑल्टमैन ने कहा कि मैं खुद एक उपयोगकर्ता के रूप में इसे कभी बर्दाश्त नहीं करूंगा।
चैटजीपीटी जरूरत से ज्यादा चापलूसी कर रहा है
बता दें कि इससे पहले ऑल्टमैन ने भी स्वीकार किया था कि जीपीटी-4o अपडेट के बाद से चैटजीपीटी जरूरत से ज्यादा चापलूसी करने वाला और परेशान करने वाला हो गया है। दरअसल, इस अपडेट ने एआई की बुद्धिमत्ता और व्यक्तित्व को और भी बेहतर बनाने की कोशिश की है, लेकिन इसका नतीजा यह हुआ है कि चैटजीपीटी हर बात का जवाब 'हां' में देने लगा है।

