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अगर आप भी कर रहे हैं ये गलती, तो AC का हो जाएगा ‘सत्यानाश’ 

चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए कुछ लोग कूलर तो कुछ लोग एयर कंडीशनर का उपयोग करते हैं। जब भी आप नया AC खरीदने जाते हैं तो दुकानदार उसके साथ AC स्टेबलाइजर भी देता है, लेकिन क्या बिना स्टेबलाइजर के AC नहीं चलाया जा सकता.....

चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए कुछ लोग कूलर तो कुछ लोग एयर कंडीशनर का उपयोग करते हैं। जब भी आप नया AC खरीदने जाते हैं तो दुकानदार उसके साथ AC स्टेबलाइजर भी देता है, लेकिन क्या बिना स्टेबलाइजर के AC नहीं चलाया जा सकता? यह सवाल कई लोगों के मन में घूमता है कि एसी के साथ स्टेबलाइजर खरीदना क्यों जरूरी है और अगर एसी को बिना स्टेबलाइजर के चलाया जाए तो क्या होगा?

भारतीय बाजार में आपको कई ऐसे मॉडल मिल जाएंगे जिन्हें बेचते समय आपसे कहा जाएगा कि एसी के साथ स्टेबलाइजर की जरूरत नहीं है, ऐसा इसलिए क्योंकि एसी के अंदर इन-बिल्ट स्टेबलाइजर दिया गया होता है। लेकिन अभी भी कई मॉडल ऐसे हैं जिनमें यह सुविधा नहीं है।

यदि आपने ऐसा एसी खरीदा है जिसमें इन-बिल्ट स्टेबलाइजर नहीं है और आप एसी को बिना स्टेबलाइजर के चलाते हैं, तो इससे आपको और एसी को क्या नुकसान हो सकता है? आइये जानते हैं.

एसी स्टेबलाइजर का कार्य क्या है?

स्टेबलाइजर का काम वोल्टेज के उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करना होता है, जिस क्षेत्र में आप और हम रहते हैं, वहां कई बार गर्मियों में वोल्टेज कम या ज्यादा होने की समस्या होती है। उच्च या निम्न वोल्टेज से एसी के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन स्टेबलाइजर वोल्टेज को संभालता है और एसी को सुरक्षित रखता है।

एसी के लिए स्टेबलाइजर: ये हैं नुकसान

  • अधिक वोल्टेज: अधिक वोल्टेज से पीसीबी बोर्ड के जलने, कम्प्रेसर और मोटर जैसे एसी भागों को नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ सकती है।
  • कम वोल्टेज: यदि वोल्टेज कम है, तो शीतलन क्षमता कम हो सकती है और कंप्रेसर पर भार बढ़ सकता है। इतना ही नहीं, एसी की लाइफ भी कम हो सकती है।
  • बेशक, आप लोगों ने ऐसा एसी खरीदा है जिसमें स्टेबलाइजर की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी हम यही सलाह देंगे कि एसी की लाइफ और पार्ट्स को नुकसान से बचाने के लिए स्टेबलाइजर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इन-बिल्ट एक्सटर्नल स्टेबलाइजर आपको दोहरी सुरक्षा देगा।

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