दिवाली से पहले Apple ने सुनाई बुरी खबर! भारत छोड़ चीन रवाना हो सकती है कंपनी, जानिए क्यों लिया ये फैसला
टेक न्यूज़ डेस्क - तमिलनाडु के होसुर में एप्पल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में लगी आग ने एप्पल की सप्लाई चेन को बड़ा झटका दिया है। इस प्लांट में आईफोन के बैक पैनल और दूसरे अहम पार्ट्स बनाए जाते थे। आग लगने की वजह से उत्पादन ठप हो गया है, जिससे त्योहारी सीजन में आईफोन की बिक्री पर असर पड़ सकता है। जिसके बाद अब कहा जा रहा है कि एप्पल को आईफोन के अहम पार्ट्स चीन या किसी दूसरे देश से मंगवाने पड़ सकते हैं।
कंपनी 15 फीसदी तक कम आईफोन बेचेगी
आपको बता दें कि यह प्लांट भारत में फॉक्सकॉन जैसी आईफोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को आईफोन के पार्ट्स मुहैया कराता था। आग लगने की वजह से आईफोन का उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिसकी वजह से भारत में पुराने आईफोन मॉडल का उत्पादन 10-15 फीसदी तक कम हो सकता है। त्योहारी सीजन में आईफोन की मांग काफी बढ़ जाती है, लेकिन इस घटना की वजह से एप्पल को 15 फीसदी तक कम आईफोन बेचने पड़ सकते हैं। यह प्लांट नीदरलैंड, अमेरिका और चीन को भी आईफोन के पार्ट्स एक्सपोर्ट करता था। लेकिन अब एप्पल को दूसरे देशों से फोन के पार्ट्स मंगवाने पड़ेंगे, ताकि उत्पादन फिर से शुरू किया जा सके।
इस घटना का क्या मतलब है?
इस घटना से भारत में मेक इन इंडिया पहल को झटका लगा है। साथ ही, एप्पल की सप्लाई चेन पर भी दबाव बढ़ गया है। आईफोन की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। फिलहाल, इस घटना की जांच की जा रही है ताकि इसके कारणों का पता लगाया जा सके। एप्पल और टाटा मिलकर उत्पादन फिर से शुरू करने की कोशिश करेंगे। एप्पल को अपनी सप्लाई चेन को मजबूत करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
चीन में एक और असेंबली लाइन बनाएगी एप्पल
जानकारी के मुताबिक, एप्पल के सप्लायर आमतौर पर बैक पैनल का तीन से चार हफ्ते का स्टॉक रखते हैं। हालांकि, मामले से वाकिफ एक इंडस्ट्री सूत्र ने अनुमान लगाया कि एप्पल के पास आठ हफ्ते का स्टॉक होने की संभावना है और इसलिए इसका असर अभी देखने को नहीं मिलेगा। हालांकि, कहा जा रहा है कि अगर जल्द ही उत्पादन शुरू नहीं हुआ तो अमेरिकी कंपनी चीन में एक और असेंबली लाइन लगा सकती है।