ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है इस दिन सोने की खरीदारी करना शुभ माना जाता है इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन विष्णु लक्ष्मी की पूजा का भी विधान होता है माना जाता है कि ऐसा करने से देवी देवताओं का आशीष प्राप्त होता है।
ज्योतिष अनुसार अक्षय तृतीया की तिथि अबूझ मुहूर्त होती है ऐसे में इस दिन बिना मुहूर्त देखे ही शुभ व मांगलिक कार्यों को किया जा सकता है इस दिन किए गए कार्यों में सफलता हासिल होती है और बाधाओं का भी सामना नहीं करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा अक्षय तृतीया की सही तारीख और मुहूर्त के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
अक्षय तृतीया की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई दिन शुक्रवार के दिन पड़ रही है इस साल अक्षय तृतीया अधिक फलदायी होने वाली है। क्योंकि अक्षय तृतीया के दिन शुक्रवार है और यह दिन माता लक्ष्मी की पूजा को समर्पित होता है ऐसे में जो जातक इस शुभ दिन पर माता की विधिवत पूजा आराधना करते हैं उन्हें अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया पर प्रात: काल पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 28 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 39 मिनट तक है इस मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक है। वही गोधूलि मुहूर्त सुबह 7 बजकर 20 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 7 मिनट तक प्राप्त हो रहा है।