Samachar Nama
×

7 अगस्त को सावन शिवरात्रि, इस शुभ मुहूर्त में करें भोलेनाथ की आराधना

shiva

जयपुर एस्ट्रो डेस्क: भोलेनाथ की आराधना व उपासना के लिए सबसे खास श्रावण मास को माना गया हैं और इसके साथ शिव से जुड़े हुए कई अहम व्रत भी शुरू हो चुके हैं भक्त पहला सावन सोमवार, मंगला गौरी व्रत कर चुके हैं इस महीने में एक और अहम व्रत पड़ रहा हैं

shiva

वो है सावन शिवरात्रि व्रत, इस महीने में एक और अहम व्रत पड़ता हैं, वो है सावन शिवरात्रि। वैसे तो हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती हैं मगर फाल्गुन महीने और सावन महीने की शिवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण होती हैं

shiva

फाल्गुन महीने की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहते हैं और सावन मास में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता हैं, तो आज हम आपको सावन शिवरात्रि व्रत और मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

shiva

इस साल भी सावन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत रखा जाएगा।, जो कि सात अगस्त को हैं इस दिन व्रत रखने से शिव जी प्रसन्न होते हैं साथ ही इस व्रत का पारण महाशिवरात्रि की तरह अगले दिन किया जाता हैं

shiva

इस साल सावन महीने की शिवरात्रि 6 अगस्त को शाम 6:28 मिनट से शुरू होगी और 7 अगसत को शाम 7:11 तक रहेगी। वही व्रत का पारण 8 अगस्त को सुबह 5:46 से दोपहर 3:45 मिनट कर सकेंगे। 

shiva

हिंदू धर्म शास्त्रों में कहा गया हैं कि श्रावण शिवरात्रि की पूजा निशिता काल में करना शुभ होता हैं इस बार निशिता काल सात अगस्त की रात 12:6 मिनट से 12:48 मिनट तक यानी कि 43 मिनट का रहेगा। इस दौरान पूजा करना उत्तम होगा।

Jyeshtha Purnima 2021 Upay: Auspicious yoga on Jyeshtha Purnima, offer Bel leaves like this to please Lord Shiva

व्रती को इस दिन सुबह शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए इसके अलावा शिवलिंग का गंगाजल और दूध से अभिषेक करें। निशिता काल में शिव की विधि पूर्वक पूजा करें साथ ही गरीबों और कन्याओं को दूध का दान करें इससे मासिक तनाव दूर होता हैं और चंद्रमा शुभ फल देने लगता हैं। Why only lord Shiva is worshiped on the moonless night of Shivratri?

Share this story