Pradosh Vrat 2024 शिव पूजा का श्रेष्ठ दिन है प्रदोष व्रत, नोट करें दिन तारीख और मुहूर्त
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन शिव साधना को समर्पित प्रदोष व्रत को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह के दोनों पक्षों में मनाया जाता है इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से भोलेबाबा की कृपा प्राप्त होती है साथ ही सभी कष्ट दूर हो जाते हैं
पंचांग के अनुसार अभी वैशाख माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाला प्रदोष व्रत 5 मई दिन रविवार को किया जाएगा। रविवार के दिन प्रदोष पड़ने के कारण ही इसे रवि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है इस दिन शिव पार्वती की साथ में पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और महिलाओं को सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत पर शिव पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
प्रदोष व्रत की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार मई का पहला प्रदोष व्रत 5 मई दिन रविवार को किया जाएगा। इसकी तिथि 5 मई को शाम 5 बजकर 42 मिनट से आरंभ हो रही है जो क अगले दिन यानी सोमवार को दोपहर 2 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार प्रदोष व्रत 5 मई को ही रखा जाएगा।
रवि प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शिव की पूजा 5 मई को शाम के समय की जाएगी। पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 58 मिनट से आरंभ हो रहा है जो कि रात 9 बजकर 5 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में शिव पार्वती की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होगा।