सर्वपितृ अमावस्या पर आज इस शुभ मुहूर्त में करें पितरों का श्राद्ध-तर्पण, मिलेगा वंश वृद्धि का आशीर्वाद
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानी 2 अक्टूबर को सर्वपितृ अमावस्या मनाई जा रही है यह तिथि पूर्वजों को समर्पित होती है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और तप जप करना लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वजों का आशीर्वाद बरसता है। अमावस्या तिथि पर पितरों का तर्पण और पिंडदान करना लाभकारी होता है माना जाता है कि ऐसा करने से पूर्वजों की आत्माओं की शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
लेकिन अगर आपको पितरों की तिथि ज्ञात नहीं है तो ऐसे में आप सभी पितरों का श्राद्ध और तर्पण सर्व पितृ अमावस्या के दिन जरूर करें। इस अमावस्या को महालय अमावस्या, पितृ अमावस्या और सर्व पितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गलती से छूट गए सभी पितरों का ताद्ध और तर्पण हो जाता है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा पितरों के तर्पण और श्राद्ध का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
सर्व पितृ अमावस्या पर श्राद्ध का मुहूर्त—
आापको बता दें कि इस साल सर्वपितृ अमावस्या 2 अक्टूबर दिन बुधवार यानी आज मनाई जा रही हैं इस दिन सुबह 11 बजकर 45 मिनट से लेकर 12 बजकर 24 मिनट तक कुतुप मुहूर्त रहेगा। इसके बाद रोहिण मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। वही पितरों का तर्पण और पिंडछान के लिए सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 21 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 43 मिनट तक है।