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नवरात्रि में कलश स्थापना के दौरान करते हैं ये गलतियां तो सहना पड़ेगा माता का भयंकर क्रोध, वीडियो में देखें नियम 

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ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन नवरात्रि को बहुत ही खास माना गया है जो कि देवी साधना का महापर्व होता है इस दौरान भक्त देवी मां दुर्गा की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से माता रानी की कृपा बरसती है। 

इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार यानी कल से होने जा रहा है और इसका समापन 11 अक्टूबर को हो जाएगा। नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना की जाती है मान्यता है कि ऐसा करने से देवी प्रसन्न हो जाती है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं की नवरात्रि पर कलश स्थापना के समय किन गलतियों को करने से बचना चाहिए वरना माता रानी क्रोधित हो सकती है, तो आइए जानते हैं। 

Navratri 2024 kalash sthapna rules and significance

कलश स्थापना पर न करें ये गलतियां—
नवरात्रि के प्रथम दिन आप कलश स्थापना के लिए जिस कलश का इस्तेमाल कर रहे हैं वो गंदा नहीं होना चाहिए। इसके अलावा कलश में भूलकर भी मिट्टी या गंदा पानी नहीं भरना चाहिए। पूजा में कभी भी खंडित कलश का प्रयोग नहीं करना चाहिए। एक बार अगर आपने कलश की स्थापना कर दी है तो उसे नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान गलती से भी नहीं हिलाना चाहिए। ऐसा करने से पाप लगता है।

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इसके अलावा अपवित्र हाथों से कलश को छूना नहीं चाहिए। कलश को हमेशा ही साफ सुथरी और पवित्र जगह पर स्थापित करना चाहिए इसके अलावा इसके आस पास की जगह को भी साफ रखना चाहिए। वास्तु अनुसार कलश को बाथरूम या फिर शौचालय के आस पास स्थापित नहीं करना चाहिए। अगर आपने कलश स्थापना की है तो नवरात्रि के नौ दिनों तक घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए। 

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