शारदीय नवरात्रि: आज करें देवी कुष्मांडा को प्रसन्न इस आरती से
जयपुर। नवरात्र के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां कूष्मांडा की मंद मुस्कान जो बेहद मनमोहक है उस मुस्कान से ही पृथ्वी की रचना हुई थी। इनकी पूजा करने से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। आज मां कुष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए पढें इस आरती को-
कुष्मांडा जय जग सुखदानी
मुझ पर दया करो महारानी
पिंगला ज्वालामुखी निराली
शाकम्बरी माँ भोली भाली
लाखो नाम निराले तेरे
भगत कई मतवाले तेरे
भीमा पर्वत पर है डेरा
स्वीकारो प्रणाम ये मेरा
संब की सुनती हो जगदम्बे
सुख पौचाती हो माँ अम्बे
तेरे दर्शन का मै प्यासा
पूर्ण कर दो मेरी आशा
माँ के मन मै ममता भारी
क्यों ना सुनेगी अर्ज हमारी
तेरे दर पर किया है डेरा
दूर करो माँ संकट मेरा
मेरे कारज पुरे कर दो
मेरे तुम भंडारे भर दो
तेरा दास तुझे ही ध्याये
‘भक्त’ तेरे दर शीश झुकाए