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Mahashivratri 2025 परिवार संग जरूर करें इस मंदिर के दर्शन, महादेव की कृपा से होगा कल्याण 

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ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन महाशिवरात्रि को खास बताया गया है जो कि शिव पार्वती को समर्पित है इस दिन भक्त भोलेबाबा की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से महादेव की कृपा बरसती है इस साल महाशिवरात्रि का पावन पर्व 26 फरवरी को मनाया जाएगा।

महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आप परिवार संग महादेव के मंदिर में दर्शन को जा सकते हैं आज हम आपपको अपने इस लेख द्वारा भोलेबाबा के एक ऐसे अनोखे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां शिव के आठ अलग अलग स्वरूपों के दर्शन एक साथ हो जाते हैं। इस मंदिर में स्थापित शिव प्रतिमा के जैसी कोई दूसरी प्रतिमा दुनिया में नहीं है बता दें कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक ऐसा मंदिर है जहां शिव के आठ स्वरूपों के एक साथ दर्शन मिलते हैं इस मंदिर में भगवान शिव की अष्टमुखी प्रतिमा विराजमान है, तो आज हम आपको इसी मंदिर से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

Mahashivratri 2025 shiv temple of mandsaur

महादेव के इस मंदिर में स्थापित शिव प्रतिमा को जागृत माना गया है इस मूर्ति को देखकर लगता है कि यहां केवल एक प्रतिमा नहीं बल्कि साक्षात् शिव हैं जिनके अलग अलग भाव स्पष्ट रूप में देखे जा सकते हैं इसमें भगवान शिव जी शर्व, भव, रुद्र, उग्र के साथ ही भीम, पशुपति, ईशान व महादेव के रूप में दर्शा रहे हैं। भोलेनाथ की यह प्रतिमा अष्ट तत्वों से मिलकर बनाई गई है।

Mahashivratri 2025 shiv temple of mandsaur

विशेष यह है कि जिस भी ओर से शिव प्रतिमा को देखा जाए वो अलग ही दिखाई पड़ती है। महादेव की इस मूर्ति की तुलना पशुपतिनाथ जी की प्रतिमा से की जाती है इसे पशुपतिनाथ जी का रूप भी माना जाता है। आपको बता दें कि भगवान शिव का यह मंदिर सुबह 6 बजे खुलता है और पहली आरती 7 बजकर 30 मिनट पर होती है इसके अलावा रात को 9 बजकर 30 मिनट पर इस मंदिर को बंद कर दिया जाता है। 

Mahashivratri 2025 shiv temple of mandsaur

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