karwa chauth sargi time: करवाचौथ पर व्रत से पहले कैसे करें सरगी का सेवन, जानिए सही तरीका और नियम
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई ऐसे व्रत है जो महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से करती है इन्हीं व्रतों में से एक है करवाचौथ का व्रत, यह व्रत शादीशुदा महिलाओं के लिए बेहद ही खास होता है इस साल करवाचौथ का व्रत 13 अक्टूबर दिन गुरुवार को किया जाएगा। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, खुशहाल वैवाहिक जीवन और सौभाग्य प्राप्ति की कामना से निर्जला उपवास रखती है और शाम को व्रत का पारण किया जाता है इस व्रत की शुरुआत सुबह सर्योदय से हो जाती है और इसका समापन चंद्र दर्शन के बाद होता है

इस व्रत में सरगी को खास माना जाता है व्रत की शुरुआत सरगी से होती है सरगीमें सास या जेठानी अपनी बहू को कुछ विशेष चीजें देकर उन्हें आशीर्वाद और प्यार देती हैं मान्यता है कि करवाचौथ व्रत में सरगी का सेवन शुभ मुहूर्त में करना अच्छा होता है ऐसे में अगर आप सरगी सेवन करने का सही तरीक नहीं जानती है तो इसमें परेशानी वाली कोई बात नहीं है आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा सरगी की थाली और सेवन का सही तरीका व मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

करवाचौथ व्रत पर सरगी खाने का सही समय—
इस दिन आप सरगी सूर्योदय से पूर्व ही खा ले अधिकतर महिलाएं सरगी का सेवन 4—5 बजे के बीच कर लेती है लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में सरगी ग्रहण करना उत्तम माना जाता है ऐसा करने से व्रत का विशेष फल मिलता है इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 46 मिनट से सुबह 5 बजकर 36 मिनट तक है ऐसे में आप इसी समय तक सरगी का सेवन कर ले यह अच्छा रहेगा।

जानिए सरगी लेने की विधि और नियम—
धार्मिक नियमों के अनुसार सरगी का सेवन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में करना अच्छा माना जाता है ऐसे में व्रती को स्नान आदि करके साफ वस्त्र धारण करना चाहिए फिर शिव परिवार के समक्ष घी का दीपक जलाएं उनका स्मरण करते हुए सास को प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त करें फिर घर में मौजूद सभी बड़ों का आशीर्वाद लें। अब सास जो सरगी दें उसे ग्रहण करें सरगी में सात्विक भोजन ही किया जाता है भूलकर भी इस दिन तेल मसाले वाली चीजों को ग्रहण न करें। ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है।


