कल आंवला नवमी पर ऐसे करें पूजा, परिवार को मिलेगा सुख समृद्धि और आरोगयता का आशीर्वाद

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन आंवला नवमी बेहद ही खास मानी जाती है जो कि हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी पर मनाई जाती है इसे अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है।
इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा के साथ व्रत किया जाता है माना जाता है कि ऐसा करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है इस बार यह पर्व 21 नवंबर दिन मंगलवार यानी कल मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा अक्षय नवमी की पूजा विधि के बारे में विस्तार से बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
अक्षय नवमी पर ऐसे करें पूजा—
आपको बता दें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है आंवले की जड़ में कच्चा दूध, चढ़ाकर रोली, अक्षत, पुष्प, गंध आदि से पवित्र वृक्ष की विधि विधान से पूजा करें इसके बाद आंवला के पेड़ पर मौली बांधकर भगवान विष्णु के चमत्कारी मंत्रों का जाप करें।
फिर वृक्ष की सात बार परिक्रमा करके दीपक जलाएं और घर परिवार की सुख समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना जरूर करें। आप चाहें तो इस दिन उपवास भी रख सकते हैं ऐसा करने से भगवान की अपार कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। अक्षय नवमी पर आंवले का सेवन श्रेष्ठ माना गया है ऐसा करने से रोग बीमारियां दूर रहती हैं।