आज वरुथिनी एकादशी पर ऐसे करें भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा, जानें करें संपूर्ण विधि
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार आता है इस दिन भक्त भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा प्राप्त होती है एकादशी की तिथि श्री हरि विष्णु की प्रिय तिथियों में शामिल है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करना लाभकारी माना जाता है।
पंचांग के अनुसार अभी वैशाख का महीना चल रहा है और इस माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी का व्रत किया जाता है इस बार वरुथिनी एकादशी का व्रत 4 मई यानी आज मनाया जा रहा है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा वरुथिनी एकादशी की पूजा संपूर्ण पूजा विधि के बारे में बता रहे है, तो आइए जानते हैं।
वरुथिनी एकादशी पूजा विधि—
एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर भगवान विष्णु को प्रणाम करें फिर पूजा स्थल की साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें। अब आचमन कर व्रत का संकल्प लें। सबसे पहले सूर्यदेव को जल अर्पित करें फिर पूजा स्थल पर पंचोपचार विधि से भगवान विषु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें।
भगवान को पीले पुप, फल, हल्दी, अक्षत, चंदन, खीर अर्पित करें पूजा के समय विष्णु चालीसा, विष्णु कवच और स्तोत्र का पाठ जरूर करें। अंत में भगवान की आरती कर सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना करें इस दिन उपवास रखते हुए संध्याकाल एक बार फिर से भगवान की आरती करें और फलाहार ग्रहण करें अगले दिन पूजा कर अपने व्रत का पारण करें।