Govardhan puja muhurat: आज है गोवर्धन पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त, नियम और विधि
पंचांग के मुताबिक कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता हैं गोवर्धन पूजा दिवाली के दूसरे दिन पड़ती हैं गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व होता हैं गोवर्धन पूजा को अन्नकूट भी कहते हैं गोवर्धन पूजा उत्तर भारत में विशेष रूप से मनाई जाती हैं
इसी तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने गोकुल वासियों इंद्र के प्रकोप से बचाया था और देवराज के अहंकार को नष्ट किया था। भगवान कृष्ण ने अपनी सबसे छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत उठाया जाता हैं तभी से गोवर्धन पर्वत की पूजा करने की विशेष परंपरा शुरू हुई तो आज हम आपके गोवर्धन पूजा का मुहूर्त, नियम और विधि बताने जा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
गोवर्धन पूजा मुहूर्त— 15:18 से 17:27 तक
अवधि— 2 घंटे 8 मिनट
दिवाली के बाद गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व हैं इस पर्व के दिन गोवर्धन पर्वत, गाय और भगवान कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व हैं। गोवर्धन पूजा जहां एक ओर भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति दिखाने का पर्व हैं यह प्रकृति के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करने का त्योहार भी माना जाता हैं।
उत्तर भारत के लोग दिवाली के अगले दिन यानी गोवर्धन पूजा के दिन गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसे पुष्प से सजाया जाता हैं। गोवर्धन पूजा के दौरान इस दिन गोवर्धन पर धूप, दीपक, नैवेद्य, जल, फल और पुष्प आदि चढ़ाएं जाते हैं इसके अलावा इस दिन गाय की पूजा भी की जाती हैं इस दिन कृषि काम में आने वाले पशुओं की पूजा की जाती हैं। गोवर्धन पूजा पर गोब से लेटे हुए पुरुष के रूप में गोवर्धन पर्वत बनाए जाते हैं। 

