ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में वैसे तो सभी महीनों का महत्व होता है लेकिन मार्गशीर्ष मास को बेहद ही खास माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह महीना साल का नौवां महीना होता है जो कि भगवान श्री कृष्ण और माता लक्ष्मी को समर्पित होता है इस पूरे महीने साधक भगवान कृष्ण और देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते हैं

माना जाता है कि मार्गशीर्ष मास में पितरों का तर्पण करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है इसके साथ ही उन्हें मोक्ष की भी प्राप्ति होती है। इस साल मार्गशीर्ष मास का आरंभ 16 नवंबर दिन शनिवार यानी आज से हो चुकी है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मार्गशीर्ष मास से जुड़े जरूरी नियम बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

मार्गशीर्ष मास में करें इन नियमों का पालन—
आपको बता दें कि मार्गशीर्ष मास में रोजाना सुबह जल्दी उठकर गंगा नदी या फिर घर में ही पवित्र स्नान करें। इस महीने विष्णु सहस्त्रनाम, भगवत गीता और गजेन्द्रमोक्ष स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होकर कृपा करते हैं इस महीने भगवान कृष्ण, माता लक्ष्मी और श्री हरि की पूजा करना शुभ माना जाता है।

इस महीने सुबह स्नान के बाद पितरों का तर्पण और पितृ पूजन जरूर करें। ऐसा करने से पूर्वजों की कृपा मिलती है। मार्गशीर्ष मास में गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और दान का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत बनी रहती है और सुख संपन्नता आती है।


