
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या की तिथियों को बेहद खास माना जाता हैं जो कि हर महीने पड़ती हैं अभी ज्येष्ठ का महीना चल रहा हैं जो साल का तीसरा महीना माना जाता हैं इस महीने पड़ने वाली पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता हैं। आपको बता दें कि पूर्णिमा हर माह की आखिरी तिथि पर पड़ती हैं जो माता लक्ष्मी की पूजा के लिए उत्तम मानी जाती हैं इस माह की पूर्णिमा 3 जून को पड़ रही हैं।
वही 4 जून को स्नान दान करना उत्तम रहेगा। पूर्णिमा के दिन पूजा पाठ, जप तप और स्नान दान करने से का विशेष महत्व होता हैं मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदीयों में स्नान कदने के बाद पूजा पाठ और दान किया जाए तो माता लक्ष्मी की कृपा बरसती हैं और सुख समृद्धि में वृद्धि होती हैं इसी के साथ ही ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ उपायों को करना धन के भंडार भरता है तो आज हम आपको उन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
ज्येष्ठ पूर्णिमा के आसान उपाय—
ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन दिन पर गंगा जल मिले पानी से स्नान करें इससे भगवान विष्णु और देवी मां लक्ष्मी की कृपा बरसती हैं इस दिन एक चौकी पर श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित कर उनकी विधिवत पूजा करें और पूजा में पीले रंग के पुष्प, धूप, फल, दीपक और हल्दी का प्रयोग जरूर करें ऐसा करने से सभी प्रकार के दुखों का शमन हो जाता हैं।
वही धन प्राप्ति की इच्छा रखने वाले इस दिन प्रसाद में पीले और सफेद रंग की मिठाई का प्रयोग करें माता लक्ष्मी को 11 कौडियां अर्पित करें पूजन के दौरान इन कौड़ियों पर हल्दी का तिलक लगाकर आरती करें साथ ही माता से सुख समृद्धि व धन की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। पूर्णिमा के अगले दिन इन कौड़ियों को लाल वस्त्र में बांधकर धन रखने वाली जगह पर रख दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से धन वृद्धि के योग बनते हैं।