
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कालाष्टमी व्रत को खास माना गया है जो कि हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मनाई जाती है। यह तिथि भगवान भैरव को समर्पित है जो कि महादेव का ही उग्र रूप माने जाते हैं।
कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव की पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के भय और संकट का नाश हो जाता है। मान्यता है कि बाबा भैरव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और उन्हें नकारात्मक शक्तियों से बचाते हैं। इस दिन भगवान भैरव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
फाल्गुन माह की कालाष्टमी 20 फरवरी को मनाई जाएगी। इस दिन पूजा पाठ करना लाभकारी होता है। लेकिन कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें गलती से भी नहीं करना चाहिए वरना बाबा भैरव क्रोधित हो सकते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा उन्हीं के बारे में बता रहे हैं।
कालाष्टमी पर न करें ये गलतियां—
कालाष्टमी के दिन भूलकर भी वाद विवाद या झगड़ा नहीं करना चाहिए ऐसा करने से नकारात्मकता जीवन पर हावी होती है और जातक को कष्ट उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा इस दिन किसी को अपशब्द न कहें भूलकर भी झूठ न बोले। मान्यता है कि ऐसा करने से बाबा भैरव नाराज़ हो जाते हैं।
कालाष्टमी पर मांस मदिरा और लहसुन प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए वरना आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है इसके अलावा गरीब व असहाय व्यक्ति को कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए वरना जीवनभर मुसीबतें झेलनी पड़ती है। कालाष्टमी के दिन क्रोध करने से बचना चाहिए इस दिन घर आए गरीब को खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए और न ही किसी का अपमान करना चाहिए ऐसा करने से भगवान नाराज़ हो सकते हैं।