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छठ महापर्व का खरना आज, इन बातों का रखें ध्यान वरना नाराज़ हो जाएंगी छठी मैया 

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ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार है और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन छठ पूजा को बहुत ही खास माना गया है जो कि 36 घंटों का व्रत होता है छठ व्रत को सबसे अधिक कठिन माना गया है। छठ पूजा में साफ सफाई के साथ साथ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी होता है यह पर्व पूरे तीन दिनों तक चलता है।

Chhath Puja 2024 rules importance and significance

इस दौरान भक्त छठी मैया और भगवान सूर्यदेव की विधिवत पूजा करते हैं। पंचांग के अनुसार छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी यानी 5 नवंबर से हो चुकी है और इस व्रत का समापन अष्टमी यानी 8 नवंबर को होगा। इस दौरान छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा अर्चना करना उत्तम माना जाता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा छठ महापर्व से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

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छठ के दौरान इन बातों का रखें ध्यान—
आपको बता दें कि छठ पर्व का आरंभ नहाय खास से होता है इस दिन घर की अच्छी तरह से साफ सफाई करें और सात्विक भोजन बनाएं। नहाय खास से ही घर में लहसुन प्याज का प्रयोग बंद कर देना चाहिए। इसलिए छठ के पहले दिन से घर में तामसिक भोजन और प्याज लहसुन का प्रयोग न करें। छठ का प्रसाद चूल्हे पर तेयार करें।

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अगर चूल्हा संभव न हो तो आप स्टोव या गैस चूल्हे की अच्छी तरह से सफाई करके प्रसाद बना सकते हैं। छठ प्रसाद केवल वही लोग बनाएं जिन्होंने व्रत किया है। प्रसाद बनाने के दौरान साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। नहाय खास के दिन स्नान कर साफ वस्त्रों को धारण करे और सात्विक भोजन ग्रहण करें व्रत रखने वाली महिलाएं जमीन पर सोएं। इसके अलावा छठ व्रत का पारण उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद करें। आपको बता दें कि छठ पूजा के लिए बांस से बने सूप और टोकरी का प्रयोग करना चाहिए।

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