ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन प्रदोष व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में आता है यह भगवान शिव को समर्पित दिन होता है इस दिन भक्त भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान की असीम कृपा बरसती है।

प्रदोष व्रत के दिन शिव की साधना प्रदोष काल में करना उत्तम माना जाता है इस दिन शिव पार्वती की पूजा करने से सारे दुख परेशानियां दूर हो जाती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत की तारीख और मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं।

प्रदोष व्रत की तारीख—
साल का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी दिन मंगलवार को किया जाएगा। मंगलवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण ही इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है इस दिन व्रत रखने से जातक को हर तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती है।

भौम प्रदोष का शुभ मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 8 जनवरी को रात 11 बजकर 58 मिनट से आरंभ हो रही है जो कि अगले दिन यानी 9 जनवरी को रात 10 बजकर 24 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में शिव पूजन का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 41 मिनट से रात 8 बजकर 24 मिनट तक प्राप्त होगा। इस मुहूर्त में भोलेनाथ की आराधना करने से साधक को पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान के आशीर्वाद से जीवन के सारे दुख, कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती है।


