
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन आंवला नवमी बेहद ही खास मानी गई हैं जो कि पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है इसे अक्षय नवमी के नाम से भी जाना जाता है।
माना जाता है कि अक्षय नवमी के दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर कृपा करती है और सुख समृद्धि व धन का आशीर्वाद प्रदान करती है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा आंवला नवमी से जुड़ी पूरी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
आंवला नवमी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 20 नवंबर दिन सोमवार की रात 3 बजकर 16 मिनट से 21 नवंबर दिन मंगलवार की रात 1 बजकर 10 मिनट तक रहेगी। नवमी तिथि का सूर्योदय 21 नवंबर को होगा। इसलिए इसी दिन यह पर्व भी मनाया जाएगा। इसके अलावा अक्षय नवमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 7 मिनट तक रहेगा।
इसके अलावा दूसरा मुहूर्त 11 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। दोपहर का मुहूर्त 12 बजकर 12 मनट से लेकर 1 बजकर 33 मिनट तक प्राप्त हो रहा है वही आखिरी का मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 54 मिनट से 4 बजकर 15 मिनट तक मिल रहा है मान्यता है कि जातक इनमें से किसी भी मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं।