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कब से आरंभ हो रहा महालक्ष्मी व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व

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mahalaxmi vrat 2022 sixteen days fast shubh muhurta and significance

ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हिंदू धर्म में पूजा पाठ और व्रत त्योहारों को बेहद ही खास माना जाता है वही पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से महालक्ष्मी व्रत का आरंभ हो रहा है यह व्रत पूरे 16 दिनों तक चलता है आपको बता दें कि महालक्ष्मी का व्रत देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है भक्त देवी मां को प्रसन्न करने के लिए पूरे 16 दिनों तक उपवास रखकर देवी मां की विधिवत पूजा अर्चना करती है

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धार्मिक तौर पर माता लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की देवी माना गया है इसलिए भक्त माता की कृपा पाने के लिए कई उपाय और जतन करते हैं मान्यता है कि जिस पर माता रानी प्रसन्न हो जाती है उसे अपने जीवन में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रहती है घर में धन धान्य के भंडार भरे रहते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा महालक्ष्मी व्रत के आरंभ की तिथि और पूजा मुहूर्त के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

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आपको बता दें कि महालक्ष्मी व्रत का आरंभ भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि यानी 3 सितंबर 2022  से आरंभ हो रहा है ये व्रत पूरे सोलह दिनों तक चलता है और व्रत का समापन अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर किया जाता है इस साल महालक्ष्मी व्रत का समापन 17 सितंबर को होगा। महालक्ष्मी व्रत को पूजा पाठ और उपवास रखने से देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा भक्तों को प्राप्त होती है जिससे जीवन में धन दौलत और सुख समृद्धि की कमी नहीं रहती है। 

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जानिए महालक्ष्मी व्रत पूजन का मुहूर्त-
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 3 सितंबर 2022 को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर हो रहा है वहीं भादो शुक्ल की अष्टमी तिथि 4 सितंबर 2022 को सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। वही उदयातिथि के अनुसार महालक्ष्मी व्रत 3 सितंबर को रखा जाएगा। इस दिन पूजा पाठ और उपवास करना लाभकारी होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महालक्ष्मी व्रत को करने से देवी लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती है और आर्थिक संकट से भक्तों को छुटकारा दिलाती है इस दौरान व्रत पूजन करने से घर में दरिद्रता का वास नहीं होता है साथ ही सुख समृद्धि का वरदान देवी मां भक्तों को प्रदान करती है। 

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