ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म शास्त्रों में जिन सात चिरंजीवियों का जिक्र किया जाता है उनमें हनुमान जी भी हैं मान्यता है कि हनुमान जी आज भी पृथ्वी पर हमारे बीच मौजूद हैं कलयुग में महाबली हनुमान की साधना सबसे अधिक की जाती हैं भगवान हनुमान का मात्र नाम लेने से ही बड़े संकट टल जाते हैं बड़ी से बड़ी परेशानियां दूर हो जाती है प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी का जन्मोत्सव आने ही वाला है अंजनी पुत्र महावीर हनुमान का जन्म चैत्र की पूर्णिमा को हुआ था इस साल ये तिथि 16 अप्रैल को है

इस दिन भगवान शिव ने पवनपुत्र हनुमान के रूप में जन्म लिया था संकट मोचन हनुमान की जयंती पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है कई लोग बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं हनुमान जी की पूजा को लेकर कुछ विशेष नियम बताए गए हैं अगर उन नियमों के अनुसार हनुमान पूजा की जाए तो हनुमान जी की कृपा हमेशा आप पर बनी रहेगी तो आज हम आपको उन्हीं नियमों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।

जानिए हनुमान पूजा से जुड़े नियम—
कहा जाता है कि हनुमान जी की उपासना करते वक्त किसी भी तरह की कामुक चर्चा नहीं करनी चाहिए महाबली हनुमान जी की पूजा करते वक्त हमेशा ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना जरूरी है। संकट मोचन हनुमान जी को प्रसाद में बूंदी के लड्डू बेहद प्रिय होते हैं ऐसे में आपको पूजा में लड्डू जरूर शामिल करना चाहिए हनुमान जी की उपासना में चरणामृत का प्रयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। हनुमान जी की पूजा को सफल बनाने के लिए किसी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए

इसके अलावा हनुमान जयंती के दिन भूल से भी मांस मदिरा का सेवन न करें। हनुमान जी अखण्ड ब्रह्मचारी और महायोगी हैं, इसलिए सबसे जरूरी बात ये है कि उनकी किसी भी तरह की पूजा में वस्त्र से लेकर विचारों तक पावनत, ब्रह्मचर्य व इंद्रिय संयम को अपनाएं। महिलाओं को हनुमान जी की पूजा के दौरान उनकी मूर्ति या प्रतिमा को हाथ नहीं लगाना चाहिए ऐसा इसलिए क्योंकि माना जाता है कि राम भक्त हनुमान स्त्रियों को माता स्वरूप मानते हैं ऐसे में कोई महिला उनके चरणों के सामने झुके ये बात उन्हें पसंद नहीं।


