सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी बनाता था समलैंगिक संबंध, खूबसूरत लड़के थे उसकी कमजोरी…
बॉलीवुड निर्देशक संजय लीला भंसाली की मूवी ‘रानी पद्मावती’ का ट्रेलर रिलीज होते ही आमजन के मन सबसे पहले सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ गई है। तो आइए चर्चा करते हैं सल्तनकालीन खिलजी वंश के दूसरे शासक अलाउद्दीन खिलजी के बारे में…
सल्तनतकालीन शासकों में अलाउद्दीन खिलजी को सबसे शक्तिशाली और महत्वाकांक्षी शासक माना गया है। इसी महत्वाकांक्षा के चलते अलाउद्दीन खिलजी ने सिकंदरे—सानी की उपाधि धारण की थी। एक शक्तिशाली सेना का गठन कर केंद्रीय शक्ति को मजबूत करने का श्रेय अलाउद्दीन खिलजी को ही जाता है।
सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी अपनी बाजार नियत्रंण नीति और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के लिए जाना जाता है। यहीं नहीं पहली बार दक्षिण विजय करने वाला यह एक मात्र सुल्तान था। लेकिन हम बात करते हैं उसके निजी चरित्र के बारे में जिसको जानने की उत्सुकता हर किसी के मन में है।
दरअसल अलाउद्दीन अपनी हवस के लिए मशहूर था। अपने गुजरात अभियान के दौरान उसने एक गे मलिक काफूर को 1000 दीनार देकर खरीदा था। सुल्तान खिलजी मलिक काफूर के साथ समलैंगिक संबंध बनाता था। यहीं नहीं वो मलिक काफूर से इतना प्रेम करने लगे था कि उसे अपनी सेना का सेनापति तक बना दिया। खिलजी ने मलिक काफूर को मलिक नायब जैसा अहम पदाधिकारी बना दिया था।
इतिहास की विभिन्न पुस्तकों के इस बात का वर्णन किया गया है कि अलाउद्दीन के हरम में करीब 70 हजार आदमी थे जिसमें पुरूष,बच्चे और स्त्रियां शामिल थे। चूंकि खिलजी के शासन काल में स्त्रियों का पब्लिकली नृत्य करना वर्जित था उस दौरान वो खूबसूरत और नौजवान बच्चों के औरतों के लिबास पहनाकर नचाता था। शायद ये वही दौर था जिसे बच्चेबाजी कहा जाता है।
सल्तनकालीन ग्रंथ तारीख-ए-फिरोजशाही में भी अलाउद्दीन खिलजी और मलिक काफूर के संबंधों का जिक्र मिलता है। यही नहीं अलाउद्दीन खिलजी बिना दाढ़ी—मूंछ वाले लड़कों का दीवाना था। एक दिसंबर को रिलीज होने वाली मूवी पदमावती में अलाउद्दीन खिलजी को किस अंदाज में दिखाया गया है तो ये तो फिल्म देखने के बाद ही पता चल पाएगा।

