इंफोसिस के बेंगलुरु परिसर में महिला कर्मियों के टॉयलेट में छुपकर वीडियो बनाता था कर्मचारी, रंगे हाथों पकड़ा गया आरोपी

बेंगलुरु — देश की अग्रणी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस (Infosys) के बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रॉनिक सिटी परिसर से एक चौंकाने वाली और शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां एक 28 वर्षीय कर्मचारी को महिला सहकर्मियों के टॉयलेट में छुपकर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान स्वप्निल नागेश माली के रूप में हुई है, जो मूल रूप से आंध्र प्रदेश का निवासी है। आरोपी कंपनी में पिछले कुछ समय से कार्यरत था और यह घिनौना कृत्य 30 जून को सामने आया।
कैसे हुआ खुलासा?
सूत्रों के अनुसार, घटना उस समय उजागर हुई जब एक महिला कर्मचारी इंफोसिस के इलेक्ट्रॉनिक सिटी परिसर के टॉयलेट में थी। इसी दौरान उसे सामने लगे दरवाजे पर एक अजीब सी रिफ्लेक्शन (परछाई) दिखाई दी। उसे संदेह हुआ कि कोई उसे देख रहा है या रिकॉर्डिंग कर रहा है।
जब उसने नजदीक जाकर जांच की, तो पहले उसे कुछ असामान्य नहीं दिखा, लेकिन जब उसने टॉयलेट के भीतर चारों ओर नजर डाली तो वहां स्वप्निल माली मोबाइल फोन के साथ छुपा हुआ मिला। जैसे ही महिला ने शोर मचाया, आरोपी ने तुरंत माफी मांगनी शुरू कर दी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
30 से अधिक महिलाओं के वीडियो मिले
इस घटना की जानकारी जब इंफोसिस की एचआर टीम को दी गई, तो उन्होंने आरोपी से पूछताछ की और उसका मोबाइल फोन जांचा। जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि उसके फोन में 30 से अधिक महिला कर्मियों के वीडियो मौजूद थे। ये सभी वीडियो महिला टॉयलेट में चोरी-छिपे रिकॉर्ड किए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ वीडियो रिकॉर्डिंग्स कई हफ्तों से बन रही थीं, जिससे स्पष्ट होता है कि आरोपी ने इस कृत्य को जानबूझकर और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया था।
पति ने जताई नाराजगी, कंपनी पर उठे सवाल
घटना के बाद पीड़िता ने अपने पति को इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने तुरंत कंपनी प्रबंधन से संपर्क कर नाराजगी जाहिर की और घटना को गंभीर सुरक्षा चूक करार दिया।
उनका कहना था कि इतनी बड़ी कंपनी, जहां देशभर की महिलाएं काम करती हैं, वहां महिला सुरक्षा के इस स्तर पर गिरावट होना शर्मनाक है। उन्होंने आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की बात कही।
पुलिस ने की गिरफ्तारी
पीड़िता ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक सिटी पुलिस स्टेशन में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी स्वप्निल नागेश माली को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट, महिलाओं की गरिमा भंग करने और गोपनीयता उल्लंघन से जुड़े धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने ये वीडियो कहीं साझा तो नहीं किए, या इनका कोई आपराधिक उपयोग हुआ है।
इंफोसिस पर भी उठे सवाल
इस शर्मनाक घटना ने इंफोसिस जैसी प्रतिष्ठित कंपनी की महिला सुरक्षा नीतियों और निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने कंपनी की आलोचना करते हुए पूछा है कि कैसे एक पुरुष कर्मचारी को महिला टॉयलेट के नजदीक तक पहुंचने और बार-बार ऐसा करने की अनुमति दी गई?
महिला सुरक्षा को लेकर चिंता
यह घटना उस समय हुई है जब देशभर में कार्यस्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चर्चा और संवेदनशीलता बढ़ रही है। कॉर्पोरेट जगत में ‘पॉक्सो’ और 'वर्कप्लेस हरासमेंट' नियमों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या सिर्फ कागजों पर बनी सुरक्षा नीति ही पर्याप्त है?
महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि कंपनियों को अपनी इमारतों में अधिक मजबूत सीसीटीवी निगरानी, महिला सुरक्षा समितियां, और शिकायतों के त्वरित समाधान की प्रणाली विकसित करनी चाहिए।
आगे की कार्रवाई
पुलिस फिलहाल आरोपी से पूछताछ कर रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उसने ये वीडियो किस उद्देश्य से बनाए और क्या वह किसी आपराधिक गैंग से जुड़ा है।
इंफोसिस की ओर से अब तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आंतरिक जांच टीम पूरे मामले की समीक्षा कर रही है और आरोपी को नौकरी से निलंबित किया गया है।