बेंगलुरु के पब में हथियारबंद चोर ने रचाई लूट की साजिश, 50,000 रुपये लेकर फरार – पुलिस के हाथ अब तक खाली
बेंगलुरु। एक ओर जहां देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्ती दिखाई जा रही है, वहीं दूसरी ओर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सोमवार तड़के एक हाई-प्रोफाइल चोरी की घटना ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन की नींद उड़ा दी है। इस घटना ने न सिर्फ शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि यह भी दर्शाया है कि अपराधी किस हद तक योजना बनाकर वारदातों को अंजाम देने लगे हैं।
मामला मल्लेश्वरम के पास स्थित Geometry Brewery and Kitchen नामक एक पब से जुड़ा है, जहां एक हथियारबंद चोर तड़के 4 बजे के आसपास चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। चोर पब से करीब 50,000 रुपये नकद लेकर चंपत हो गया और पुलिस अब तक उसकी पहचान नहीं कर पाई है।
कैसे हुआ मामला उजागर?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोमवार तड़के करीब 4:03 बजे, पब के सुरक्षा गार्ड ने पुलिस की हेल्पलाइन 112 पर कॉल करके सूचना दी कि परिसर में एक संदिग्ध हथियारबंद व्यक्ति घुस आया है। सुरक्षा गार्ड ने अपनी जान के डर से पब की तीन मंजिला इमारत को तुरंत लॉक कर दिया और सहायता के लिए पुलिस को बुलाया।
सूचना मिलते ही शहर की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) अलर्ट पर आ गई और कुछ ही मिनटों में पुलिस की कई टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। उत्तरी बेंगलुरु के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सईदुलु अदावत के नेतृत्व में टीम ने पूरे भवन को चारों ओर से घेर लिया।
तीन मंजिला इमारत की तलाशी
Geometry Brewery and Kitchen एक तीन मंजिला पब है, जो कि बेंगलुरु के मल्लेश्वरम क्षेत्र की 17वीं क्रॉस के पास स्थित है। जैसे ही पुलिस टीम ने परिसर को अपने घेरे में लिया, तुरंत हर मंजिल और हर कमरे की गहन तलाशी ली गई।
हालांकि, पूरी तलाशी के बावजूद कोई संदिग्ध व्यक्ति पकड़ में नहीं आया। इस पर अधिकारियों को शक हुआ कि चोर शायद पुलिस के पहुंचने से पहले ही किसी रास्ते से फरार हो चुका था।
सीसीटीवी फुटेज में छेड़छाड़ की आशंका
इस मामले की जांच में एक बड़ा मोड़ तब आया, जब जांचकर्ताओं ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए। पुलिस आयुक्त (पश्चिम) विकाश कुमार विकाश ने बताया कि पब के सुरक्षा गार्ड ने बताया कि संदिग्ध ने काले कपड़े, दस्ताने और मास्क पहन रखे थे और वह पिस्टल जैसी वस्तु पकड़े हुए था।
प्रारंभिक सीसीटीवी फुटेज में तीसरी मंजिल पर किसी प्रकार की हलचल जरूर नजर आई, लेकिन उसके बाद के फुटेज गायब मिले या टेम्पर्ड (छेड़छाड़) किए गए थे। इससे यह आशंका और गहरी हो गई कि चोर ने चोरी से पहले योजनाबद्ध तरीके से सीसीटीवी कैमरों को निष्क्रिय किया था।
कैसे घुसा चोर पब में?
पुलिस जांच में सामने आया कि संदिग्ध चोर पब के पीछे के दरवाजे से अंदर दाखिल हुआ। वहां से वह सीधे तीसरी मंजिल पर स्थित कार्यालय में पहुंचा, जहां नकदी का कैशबॉक्स रखा गया था। पुलिस का कहना है कि जिस सटीकता से चोर ने सीधा तीसरी मंजिल पर जाकर नकदी चुराई, उससे यह आशंका भी जताई जा रही है कि उसे अंदर की पूरी जानकारी पहले से थी, यानी यह इनसाइड जॉब हो सकता है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं पब में कार्यरत किसी कर्मचारी ने इस चोरी में अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग तो नहीं किया। इतना सटीक और योजनाबद्ध ढंग से कार्य करने वाला चोर बिना किसी अंदरूनी जानकारी के ऐसा नहीं कर सकता।”
क्या चोर के पास असली हथियार था?
हालांकि गार्ड का कहना है कि चोर के पास एक पिस्टल जैसा हथियार था, लेकिन अभी तक पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई है कि वह असली हथियार था या किसी तरह की नकली बंदूक। पुलिस का कहना है कि जब तक सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों से इसकी पुष्टि नहीं होती, तब तक यह कहना मुश्किल है कि चोर वास्तव में हथियारबंद था या नहीं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
फिलहाल इस मामले की जांच सुब्रमण्या नगर पुलिस स्टेशन द्वारा की जा रही है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ चोरी और आपराधिक साजिश की धाराओं में मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस आस-पास के इलाकों से भी सीसीटीवी फुटेज जुटा रही है, ताकि यह पता चल सके कि चोर किस रास्ते से आया और किस ओर फरार हुआ।
बेंगलुरु पुलिस की फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से फिंगरप्रिंट और अन्य साक्ष्य जुटाने का कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस ने आसपास के दुकानदारों और स्थानीय निवासियों से भी पूछताछ शुरू की है।
स्थानीय व्यापारियों में भय का माहौल
इस घटना के बाद मल्लेश्वरम क्षेत्र के व्यापारियों और पब संचालकों में भय और चिंता का माहौल बन गया है। स्थानीय व्यापारी संघ ने प्रशासन से क्षेत्र में रात्रि गश्त बढ़ाने और सुरक्षा मजबूत करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इतनी हाई-प्रोफाइल जगह पर ऐसी घटना हो सकती है, तो अन्य छोटे संस्थान कैसे सुरक्षित रह सकते हैं?
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आने लगीं सामने
घटना के सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में भी प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया है। विपक्ष के एक विधायक ने कहा, “राज्य सरकार केवल घोषणाओं में व्यस्त है, जबकि अपराधी खुलेआम शहर में घूम रहे हैं। जब राजधानी में इस तरह की घटनाएं होंगी, तो आम जनता खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी?”
निष्कर्ष: चोर की तलाश और सवालों के घेरे में पुलिस
फिलहाल इस हाई-प्रोफाइल चोरी का चोर पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन जिस तरह की योजना और जानकारी के साथ चोरी की गई, वह इस बात का संकेत देती है कि अपराधी कोई आम व्यक्ति नहीं बल्कि किसी संगठित नेटवर्क या अनुभवी अपराधी गिरोह का हिस्सा हो सकता है।
पुलिस पर अब दबाव है कि वह जल्द से जल्द इस मामले में चोर की पहचान कर उसे गिरफ्तार करे, अन्यथा यह मामला शहर में अपराधियों के हौसले और भी बढ़ा सकता है।

