Samachar Nama
×

26 जुलाई 1982 का वो हादसा..जब कोमा में चले गए थे अमिताभ बच्चन, 41 साल पुरानी कहानी

fdf

बॉलीवुड के इतिहास में अमिताभ बच्चन का नाम सिर्फ एक कलाकार के तौर पर नहीं, बल्कि एक ब्रांड के रूप में लिया जाता है। 56 वर्षों से हिंदी सिनेमा पर राज करने वाले बिग बी आज भी सक्रिय हैं और अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाए हुए हैं। उम्र के नौवें दशक में भी उनकी फिल्मों का क्रेज बना हुआ है, और उनका जुनून, जोश और समर्पण अभी भी बरकरार है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमिताभ बच्चन की जिंदगी में एक ऐसा वक्त भी आया था जब उन्होंने मौत के मुंह से अपने आप को निकाला था?

‘कुली’ के सेट पर हुआ था भयानक हादसा

1983 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘कुली’ के सेट पर 26 जुलाई 1982 को अमिताभ बच्चन के साथ एक गंभीर हादसा हुआ था। बेंगलुरु में फिल्म की शूटिंग के दौरान एक फाइट सीक्वेंस चल रहा था, जिसमें अभिनेता पुनीत इस्सर के मुक्के से अमिताभ गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बिग बी की आंत फट चुकी थी, जिससे उनकी हालत नाजुक हो गई थी।

तीन दिन तक दर्द सहते रहे, चौथे दिन कोमा में चले गए

हादसे के बाद तीन दिन अमिताभ बच्चन दर्द और चोट से जूझते रहे, लेकिन चौथे दिन उनकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि वे कोमा में चले गए। डॉक्टर्स ने उनकी जिंदगी बचाने के लिए तुरंत उन्हें बेंगलुरु से मुंबई शिफ्ट करने का फैसला लिया। इस बीच एक ऐसी खबर भी आई कि अमिताभ क्लिनिकली डेड हो चुके थे। लेकिन ‘सदी के महानायक’ ने मौत को भी मात दे दी।

8 घंटे तक चला जिंदगी बचाने वाला ऑपरेशन

मुंबई पहुंचने पर जब डॉक्टरों ने बिग बी की जांच की तो पता चला कि उनकी टांके खुल गए हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। ऐसे में उनका दोबारा ऑपरेशन किया गया, जो करीब 8 घंटे तक चला। इस लंबे ऑपरेशन के बाद ही अमिताभ बच्चन को नया जीवन मिला।

अस्पताल में भर्ती और अंततः घर वापसी

मुंबई के मशहूर ब्रीच कैंडी अस्पताल में कई दिन भर्ती रहने के बाद अमिताभ बच्चन ने 24 सितंबर 1982 को अस्पताल से डिस्चार्ज लिया और घर लौटे। इस घटना ने न केवल बॉलीवुड बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया था। देशभर से उनके लिए दुआओं का दौर चला।

आज भी बॉलीवुड में अमिताभ बच्चन की है अलग पहचान

आज भी जब बॉलीवुड में कई सितारे आते-जाते रहते हैं, तो अमिताभ बच्चन की लोकप्रियता और एक्टिविटी बरकरार है। कई स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद उनकी एक्टिंग के प्रति लगन कम नहीं हुई है। चार दशकों से ज्यादा समय पहले हुए इस हादसे से उबर कर उन्होंने साबित कर दिया कि सच्चा कलाकार मौत से भी बड़ा होता है।

Share this story

Tags