सिंगर बेनी दयाल ने लाइव कॉन्सर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में की सुधार की मांग, कहा, 'साफ-सफाई और सुविधाओं पर दर्शकों का अधिकार'
मुंबई, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। लाइव म्यूजिक कॉन्सर्ट का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इस दौरान कई बड़ी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं, सबसे बड़ी समस्या 'खराब इंफ्रास्ट्रक्चर' है। देश में लाखों युवाओं को कॉन्सर्ट में अक्सर भीड़भाड़, गंदगी और सुविधाओं की कमियों का सामना करना पड़ता है।
हाल के समय में कई बड़े कलाकारों ने इस मुद्दे पर बात की। इसी कड़ी में सिंगर बेनी दयाल ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में लाइव कॉन्सर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार की मांग की।
सिंगर बेनी दयाल ने भारत में कॉन्सर्ट आयोजन की स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा, ''लाइव शो की तैयारी सिर्फ संगीत और लाइट्स तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि साफ-सफाई, आरामदायक सुविधाएं और अच्छी प्रोडक्शन क्वालिटी भी जरूरी हैं। ये चीजें दर्शकों के अनुभव को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं।''
उन्होंने बताया कि कई इवेंट कंपनियां आज भी कम बजट में काम चलाने की कोशिश करती हैं, जिससे शो की क्वालिटी पर असर पड़ता है। अगर आयोजक थोड़ी हिम्मत करके निवेश बढ़ाएं, तो दर्शकों का अनुभव न केवल बेहतर होगा, बल्कि उन्हें और बड़े और सफल आयोजन करने का मौका भी मिलेगा।
बेनी दयाल ने कहा, ''संगीत में वह ताकत है जो अलग-अलग शहरों और राज्यों से आने वाले लोगों को साथ लाती है। जब इतने लोग एक ही जगह इकट्ठा होते हैं, तो उन्हें एक अच्छा माहौल और सुरक्षित सुविधाएं मिलना बहुत जरूरी होता है। भारत के युवा जोश से भरे हुए हैं और लाइव म्यूजिक को बेहद पसंद करते हैं, इसलिए उन्हें ऐसे कॉन्सर्ट मिलने चाहिए जहां वे बिना किसी तकलीफ के शो का पूरा मजा ले सकें। ये उनका अधिकार भी है।''
उन्होंने कहा, ''भारत के कॉन्सर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होना अब बेहद आवश्यक हो गया है।''
इस मुद्दे पर ज्यादातर लोगों का ध्यान खास तब गया, जब दिलजीत दोसांझ के दिल्ली और चंडीगढ़ में हुए कॉन्सर्ट्स में दर्शकों ने खराब सुविधाओं की शिकायत की। लोगों को गंदे टॉयलेट्स, बदबूदार वॉशरूम और बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ा।
कई लोगों ने बताया कि वे महंगे टिकट खरीदकर शो देखने आए थे, लेकिन सुविधा के नाम पर उन्हें निराशा का सामना करना पड़ा। ये सारी शिकायतें सोशल मीडिया पर की गईं, जिससे भारत में कॉन्सर्ट व्यवस्था की कमियों पर सवाल खड़े हुए।
--आईएएनएस
पीके/डीकेपी

