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शादी के बाद क्रिएटिव पार्टनर बने सारा और कृष, शुरू किया प्रोडक्शन हाउस

मुंबई, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। हाल ही में शादी के बंधन में बंधे कृष पाठक और अभिनेत्री सारा खान अब प्रोफेशनल पार्टनर भी बन चुके हैं। दोनों अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू कर चुके हैं और साथ मिलकर कई क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।
शादी के बाद क्रिएटिव पार्टनर बने सारा और कृष, शुरू किया प्रोडक्शन हाउस

मुंबई, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। हाल ही में शादी के बंधन में बंधे कृष पाठक और अभिनेत्री सारा खान अब प्रोफेशनल पार्टनर भी बन चुके हैं। दोनों अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू कर चुके हैं और साथ मिलकर कई क्रिएटिव प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं।

दोनों अभी एक फीचर फिल्म की स्क्रिप्ट लिख रहे हैं। इसके अलावा, अलग-अलग जॉनर के चार गाने भी बना रहे हैं, जिसे रचनात्मक बनाने के लिए वे लगे हुए हैं। साथ ही लाइव शो के लिए वे कई शहरों में परफॉर्म भी कर रहे हैं।

सारा ने बताया कि सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है एक्शन-कॉमेडी फिल्म, जिसकी शूटिंग फरवरी से शुरू होगी। यह फिल्म उनके अपने बैनर तले बनेगी और इसमें कई कलाकार होंगे। सारा और कृष खुद भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाएंगे।

अभिनेत्री ने खुशी जताते हुए बताया, "मेरा पसंदीदा पार्ट यह है कि सबसे ज्यादा समय उस इंसान के साथ बिताती हूं, जिससे प्यार करती हूं। हालांकि, काम पर कभी-कभी हमारी असहमति भी होती है और हमारे बीच नोंकझोक भी होती है। मगर इसी से रिश्ते में गहराई भी आती है। एक-दूसरे का वह साइड देखना मजेदार लगता है।"

सारा ने बताया कि प्रोडक्शन हाउस बनाने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि वे लाइफ पार्टनर हैं और पार्टनर के साथ काम करने का अनुभव भी शानदार है। उन्होंने कहा, "हम इसी तरह अपनी जिंदगी के कई तार जोड़ते हुए साथ बना रहे हैं। हमें एक-दूसरे के काम करने का तरीका बहुत पसंद है, मैं कृष की क्रिएटिविटी की फैन हूं। वास्तव में कृष का दिमाग कमाल का है, उनके पास पहले से कई तैयार प्रोजेक्ट्स हैं।"

दोनों के क्रिएटिव विजन में फर्क है। सारा ने बताया कि वह बजट-फ्रेंडली कंटेंट पसंद करती हैं जहां क्रिएटिविटी ज्यादा महत्व रखती है, जबकि कृष बड़े स्केल की सोच रखते हैं। लेकिन म्यूजिक में दोनों पूरी तरह कनेक्ट होते हैं। साथ काम करने से सारा को सबसे बड़ी सीख सब्र के रूप में मिली। उन्होंने बताया, "मैंने सब्र रखना सीख लिया है। काम शांति से और धीरे-धीरे होता है और एक-दूसरे की सुनना जरूरी है।"

--आईएएनएस

एमटी/एबीएम

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