वायरल हुआ पवन सिंह और शिल्पी राघवानी का भोजपुरी गाना 'काशी के वासी', मिले इतने मिलियन व्यूज
सावन का पवित्र महीना पूरे देश में हर्षोल्लास और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। यह महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होता है और शिवभक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। सावन के दौरान हजारों श्रद्धालु कांवड़ लेकर बाबा भोलेनाथ के मंदिरों की ओर निकलते हैं और भक्ति-भाव से भरे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस माह की खासियत यह भी है कि भोजपुरी संगीत प्रेमी इस समय शिवभक्ति से जुड़े कई लोकप्रिय गीतों का आनंद लेते हैं। इस बार भोजपुरी इंडस्ट्री के पावर स्टार पवन सिंह का गाना 'काशी के वासी' सोशल मीडिया और यूट्यूब पर खूब वायरल हो रहा है। सावन की धार्मिक महिमा के साथ-साथ यह गाना भोजपुरी संगीत प्रेमियों के दिलों पर छा गया है।
काशी के वासी गाने के बारे में
‘काशी के वासी’ गाना 8 अगस्त 2024 को रिलीज हुआ था। इस गाने को पवन सिंह ने अपनी दमदार आवाज दी है, जबकि वीडियो में उनके साथ मशहूर भोजपुरी एक्ट्रेस शिल्पी राघवानी नजर आ रही हैं। इस गीत को IVY Yashi Music के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया था और तब से यह गाना 13 मिलियन से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। गाने के बोल विजय चौहान ने लिखे हैं, जिनका शब्द चयन गहरे भावों से भरा हुआ है। संगीत की धुन प्रियांशु सिंह ने बनाई है, जो इस गाने की भावनाओं को और अधिक प्रबल करती है। गाने का निर्देशन विभांशु तिवारी ने किया है, जबकि कोरियोग्राफी गुलाम हुसैन रिज़वी की है, जिसने गाने को जीवंत और आकर्षक बना दिया है।
सावन में क्यों वायरल हो रहा है ‘काशी के वासी’?
सावन का महीना भगवान शिव के भक्तों के लिए बेहद खास होता है। इस दौरान शिव की भक्ति में डूबे गाने लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय होते हैं। ‘काशी के वासी’ गीत में काशी नगरी की पावन महिमा को बखूबी दर्शाया गया है और साथ ही भोलेनाथ की भक्ति की भावना को गीत के हर सुर में महसूस किया जा सकता है। यह गाना न केवल धार्मिक भावनाओं को जगाता है, बल्कि अपनी मधुरता और संगीत के कारण युवा और बुजुर्ग सभी वर्गों में पसंद किया जा रहा है। सावन के महीने में लोग इस गाने को अपने धार्मिक कार्यक्रमों, मंदिरों में भजन की तरह सुनते हैं और अपनी आस्था को और भी गहरा बनाते हैं।
गाने में क्या खास है?
‘काशी के वासी’ गाने में पवन सिंह और शिल्पी राघवानी की जोड़ी ने इस गीत को एक अलग ही रंग और मिठास दी है। गाने का वीडियो बहुत ही खूबसूरत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है, जिसमें काशी की पारंपरिक छटा और शिव की भक्ति के दृश्य शामिल हैं। इस गाने के बोलों में शिव की महिमा, काशी के पावन वातावरण और भक्तों की श्रद्धा का सुंदर चित्रण मिलता है। यह गाना सावन की भक्ति को और भी प्रभावशाली बनाता है और सभी दर्शकों को इस पवित्र माह की अनुभूति कराता है।
भोजपुरी संगीत में सावन का महत्व
भोजपुरी संगीत उद्योग में सावन के महीने को विशेष महत्व दिया जाता है। यह समय धार्मिक गीतों और भजनों का होता है, जब कलाकार शिव की आराधना के लिए विशेष गीत प्रस्तुत करते हैं। ऐसे गीतों की मांग इस समय अधिक होती है और ये गाने श्रद्धालुओं के दिलों में अपनी जगह बना लेते हैं। हर साल सावन में कई भक्ति गीत रिलीज होते हैं, जो सोशल मीडिया और यूट्यूब पर भारी मात्रा में देखे और सुने जाते हैं। ‘काशी के वासी’ ने इस प्रवृत्ति को मजबूती से कायम रखा है और पवन सिंह के नाम को फिर से भक्ति संगीत के क्षेत्र में चमकाया है।

