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एजुकेशन सिस्टम में हुए घोटालों को करीब से दिखाती है ये धांसू फिल्में और सीरीज, इन OTT प्लेटफॉर्म्स पर आज ही कर डाले बिंजवॉच 

ओटीटी न्यूज़ डेस्क -शिक्षा व्यवस्था की अच्छाइयों को तो हम सभी देखते हैं, लेकिन कई बार इसकी बुराइयों और घोटालों को फिल्मों और वेब सीरीज के जरिए जाना जाता है। चाहे इंजीनियरिंग परीक्षा हो, नीट प्रवेश परीक्षा (NEET UG 2024) हो या सरकारी नौकरियों में प्रवेश पाने के लिए परीक्षा में धांधली और पेपर लीक की खबरें। अक्सर हमारे निर्देशक इन कहानियों से प्रेरणा लेते हैं और उन्हें पर्दे पर उतारने की कोशिश करते हैं। हिंदी सिनेमा में अब तक घोटालों पर कई फिल्में बन चुकी हैं, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद किया है। कई बार इन फिल्मों के जरिए सिस्टम को आगाह करने की कोशिश की जाती है।

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द व्हिसलब्लोअर
द व्हिसलब्लोअर कहानी है कि कैसे बिना योग्यता वाले लोग पैसे, पावर और जान-पहचान के दम पर नौकरी और एडमिशन पा लेते हैं। यह वेब सीरीज शिक्षा और नौकरियों में सरकारी भर्ती घोटालों पर बनी है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे छात्र धोखाधड़ी और घोटालों का शिकार होते हैं। यह सीरीज देश के सबसे बड़े और सबसे कुख्यात घोटालों में से एक व्यापम से प्रेरित बताई जाती है। यह सीरीज SonyLIV पर उपलब्ध है।

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पटना शुक्ला
रवीना टंडन अभिनीत इस फिल्म में बिहार के एक काल्पनिक विश्वविद्यालय में हो रहे मार्कशीट घोटाले की कहानी दिखाई गई थी। इस फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे प्रभावशाली लोग अपने बच्चों की मार्कशीट बदलकर मेधावी गरीब बच्चों की मार्कशीट लगा देते हैं और उन्हें फेल और पास करवा देते हैं। फिल्म में रवीना ने एक वकील की भूमिका निभाई है, जो ऐसा ही एक केस लड़ती है। इस फिल्म को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर देखा जा सकता है।

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व्हाई चीट इंडिया
यह फिल्म देश की शिक्षा व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार की कहानी है, जो साल 2019 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन सौमिक सेन ने किया था। इसकी कहानी काफी दिलचस्प है। फिल्म में इमरान हाशमी ने राकेश सिंह उर्फ ​​रॉकी का किरदार निभाया है। रॉकी माफिया है जो गरीब और इंजीनियरिंग छात्रों को फंसाता है। उसका काम अमीर छात्रों से पैसे लेकर गरीब छात्रों से अपने नाम पर पेपर लिखवाना है। यह फिल्म टाइटल को लेकर भी काफी विवादों में रही थी। इस फिल्म को ZEE5 पर देखा जा सकता है।

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क्रैश कोर्स
अन्नू कपूर की क्रैश कोर्स दोस्ती, प्यार, साथियों के दबाव और प्रतिस्पर्धा की कहानी है। इसमें यह भी दिखाया गया है कि किस तरह कोचिंग संस्थान भी छात्रों के जीवन में आतंक पैदा करने के लिए जिम्मेदार हैं। कुल मिलाकर यह छात्रों के जीवन और उनके सामने आने वाली कठिनाइयों को दर्शाता है। इस सीरीज में दिखाया गया है कि संघर्ष के बीच अधिक प्रतिस्पर्धा के माहौल में छात्र किस तरह परिवार और साथियों के दबाव से जूझते हैं। इसे प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है।

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शिक्षा मंडल
साल 2022 में रिलीज हुई वेब सीरीज शिक्षा मंडल के जरिए देश में शिक्षा विभाग में लगातार हो रहे घोटालों को उजागर करने की कोशिश की गई। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित थी, जो देश के शिक्षा माफिया की अंदरूनी सच्चाई को उजागर करती है। साथ ही सीरीज में दिखाया गया है कि कैसे घोटालों में फंसे मासूम छात्रों को रहस्यमय तरीके से गायब कर दिया जाता है और उनकी हत्या कर दी जाती है। यह एमएक्स प्लेयर पर उपलब्ध है।

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सेटर्स

सेटर्स की कहानी निर्माता के साथ अश्विनी चौधरी ने लिखी है। यह फिल्म रेलवे में नकल कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे हाईटेक तरीके से रेलवे, बैंकिंग आदि के एग्जाम पेपर लीक किए जाते हैं। फिल्म में श्रेयस तलपड़े, आफताब शिवदासानी, इशिता दत्ता और सोनाली सहगल जैसे कलाकार नजर आए थे। इस फिल्म को जी5 पर देखा जा सकता है।

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चल चलें
फिल्म चल चले भारतीय शिक्षा व्यवस्था को खुली चुनौती देती है। इस फिल्म की कहानी छात्रा पर पड़ने वाले शैक्षणिक दबाव और उनमें पैदा होने वाली मनोवैज्ञानिक समस्याओं के बारे में है। चल चलें एक ऐसे छात्र की कहानी है जो स्कूल में अच्छा प्रदर्शन करने के दबाव का सामना कर रहा है। अपनी अपेक्षाओं के कारण माता-पिता और समाज उस पर हर दिन दबाव डालते हैं, जिसके कारण वह आत्महत्या कर लेता है। एक वकील की मदद से उसके दोस्त उसके माता-पिता, स्कूल सिस्टम और सरकार पर मुकदमा करने का फैसला करते हैं।

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