पिक्चर अभी बाकी है! Laapataa Ladies का खत्म हुआ सफर लेकिन भारत अब भी जीत सकता है ऑस्कर, इस फिल्म ने जगाई उम्मीद
मूवीज न्यूज़ डेस्क - ऑस्कर 2025 में आमिर खान और किरण राव की संयुक्त प्रोडक्शन फिल्म 'लापता लेडीज' से भारत को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यह फिल्म ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है। भारतीय सिनेमा की इस फिल्म के एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए शॉर्टलिस्ट होने की उम्मीद थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह फिल्म इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में जगह बनाने में सफल नहीं हो पाई। हालांकि, भारत की उम्मीदें पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं, क्योंकि इस बार भारत की दो अन्य फिल्में ऑस्कर की दौड़ में हैं। आइए आपको बताते हैं कि वो फिल्में कौन सी हैं।

'लापता लेडीज' हारी, लेकिन उम्मीदें कायम
अगर एक तरफ आमिर खान और किरण राव की फिल्म को ऑस्कर में निराशा मिली है, तो वहीं दूसरी तरफ शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में भारत का नाम अभी भी चमक रहा है। यूके से शॉर्टलिस्ट हुई फिल्म 'संतोष' भारत की कहानी पर आधारित है, हालांकि यह ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करने वाली फिल्म के तौर पर ऑस्कर पहुंची है। इसके अलावा भारतीय शॉर्ट फिल्म 'अनुजा' ने भी इस साल ऑस्कर की शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में जगह बनाई है। इस फिल्म की कहानी एक भारतीय लड़की पर आधारित है और इसे इंडो-अमेरिकन प्रोडक्शन के तहत फिल्माया गया है।

'संतोष' और 'अनुजा' से उम्मीदें
फिल्म 'संतोष' में शहाना गोस्वामी मुख्य भूमिका में नजर आ रही हैं। इस फिल्म का निर्देशन ब्रिटिश-भारतीय फिल्म निर्माता संध्या सूरी ने किया है। फिल्म के शॉर्टलिस्ट होने के बाद शहाना गोस्वामी ने इंस्टाग्राम पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'यह गर्व की बात है कि हमारी फिल्म 85 फिल्मों में से ऑस्कर के लिए शॉर्टलिस्ट हुई।' इसके साथ ही शहाना ने अपनी पूरी टीम और फिल्म की लेखिका-निर्देशक संध्या सूरी का शुक्रिया अदा किया।
फिल्म 'अनुजा' ने भी उम्मीदें जगाईं
वहीं, दूसरी शॉर्ट फिल्म 'अनुजा' के निर्माता भी इस मौके पर खुश नजर आए। उन्हें फिल्म की अदाकारा सजदा पठान और अनन्या शानबाग पर गर्व है। इस फिल्म की भी खूब तारीफ हुई है और भारतीय मूल की मशहूर हॉलीवुड अभिनेत्री मिंडी कॉलिंग ने भी 'अनुजा' की तारीफ की। अब देखना दिलचस्प होगा कि 'संतोष' और 'अनुजा' में से कौन सी फिल्म ऑस्कर ट्रॉफी जीत पाती है। 'संतोष' की टीम जहां खुश है, वहीं 'अनुजा' के निर्माता भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनके काम को दुनियाभर में सराहा जाएगा। भारत के लिए यह बड़ा पल हो सकता है, क्योंकि इन दोनों ही फिल्मों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम ऊंचा किया है।

