अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने कहा- कानून पर भरोसा बेकार
बीते दिनों ही बॉलीवुड के मशहूर और सीनियर अभिनेता नाना पाटेकर को मुंबई पुलिस ने क्लीन चिट दे दिया हैं। इसके बाद से अभिनेत्री तनुश्री दत्ता नाना को क्लीन चिट देने से काफी नाराज हैं। यही कारण हैं कि उन्होंने मुंबई पुलिस को करप्ट करार तक दे दिया है। आपको बता दें कि तनुश्री दत्ता ने एक पुराने मामले को लेकर इंटरव्यू में नाना पाटेकर के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। इस मामले में पुलिस ‘बी समरी’ रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि, नाना पाटेकर के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले हैं। अब नाना को पुलिस से क्लीन चिट मिलने के बाद तनुश्री का कहना है कि, अगर आपको शोषण करने वाले लोगों को सजा देनी है तो उनका नाम सोशल मीडिया पर उछालना अच्छा है क्योंकि FIR दर्ज करवाने से कुछ नहीं होता।
टाइम्स नाउ से एक बातचीत में तनुश्री ने कहा कि, ‘ये मूवमेंट, ये सामने आकर अपने शोषणकर्ता के बारे में बात करना और उसे शर्मिंदा करने का आइडिया कानून के एक्शन लेने की बात पर निर्भर नहीं करता। क्योंकि मेरा हिस्सा इस बात का सबूत है कि जब आप FIR दर्ज करवाते हो तो क्या होता है?’
तनुश्री ने ये भी कहा कि, #MeToo की वजह से उन्होंने जिंदगी का सबसे बड़ा सबक सीखा है. उन्होंने कहा कि, ‘कानून पर भरोसा करना बेकार है, उससे किसी का फायदा नहीं होता। अब ये बात हर उस इंसान के लिए सबूत होनी चाहिए, जो एक महिला से पूछता है कि उसने पुलिस में शिकायत क्यों नहीं दर्ज करवाई, यही उन लोगों का मुंह बंद करवाने के लिए काफी है।’
तनुश्री ने आगे कहा कि, ‘मैं आज भी इस बात से हैरान होती हूं कि एक आदमी को दशकों से उसके बुरे व्यवहार के लिए कहा जा रहा है और जब एक औरत ने आकर पब्लिक में उसका नाम उछाला तो लोगों ने औरत को झूठा कहना शुरू कर दिया ये हमारे देश की पुरानी कहानी है… कोई भी औरत जो शोषण के बारे में बात करती है झूठी कहलाती है।’
आपको बता दें कि तनुश्री दत्ता का कहना है कि, साल 2008 में आई फिल्म “हॉर्न ओके प्लीज” के सेट पर शूटिंग के दौरान नाना पाटेकर ने उनके साथ छेड़छाड़ की थी। हालांकि उस समय तनुश्री ने आवाज उठाई, लेकिन तब उनकी बात पर लोगों ने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद वो दस साल बाद उन्होंने एक बार फिर से अवाज उठाई और नाना के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई लेकिन अब बीते दिन ही मुंबई पुलिस की तरफ से नाना को क्लीन चिट मिल गई है।