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The Freelancer:Conclusion Review : अनुपम खेर और मोहित रैना ने छोड़ी अपने दमदार अभिय की छाप, जाने कैसा है द फ्रीलांसर का दूसरा सीज़न 

The Freelancer:Conclusion Review : अनुपम खेर और मोहित रैना ने छोड़ी अपने दमदार अभिय की छाप, जाने कैसा है द फ्रीलांसर का दूसरा सीज़न 

मनोरंजन न्यूज़ डेस्क -  'द फ्रीलांसर' के तीन महीने बाद इसका दूसरा पार्ट 'द फ्रीलांसर: द कन्क्लूजन' आज यानी 15 दिसंबर को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो गया है। एक्शन, थ्रिलर और देशभक्ति से भरपूर यह सीरीज शिरीष थोराट की किताब 'ए टिकट टू सीरिया' पर आधारित है। सीरीज में मोहित रैना, अनुपम खेर और कश्मीरा परदेशी अहम भूमिका निभा रहे हैं। भाव धूलिया द्वारा निर्देशित इस सीरीज के पहले सीजन को दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। पहले पार्ट में आपने देखा कि अविनाश कामथ अपने दोस्त की बेटी आलिया को इस्लामिक स्टेट से बचाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही है. आइए जानते हैं कैसा है नीरज पांडे क्रिएशन में बनी इस सीरीज का दूसरा सीजन।

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कहानी
'द फ्रीलांसर - द कन्क्लूजन' वहां से शुरू होती है जहां पहले भाग के चार एपिसोड की कहानी खत्म होती है। पहले सीज़न में, आलिया खान (कश्मीरा परदेशी) को उसके पति और उसके परिवार ने उसकी नई शादी के बाद सीरिया लाने के लिए धोखा दिया है। जहां वह इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के चंगुल में फंस जाती है। केवल उसके पिता के दोस्त अविनाश कामथ (मोहित रैना) ही आलिया को यहां से निकाल सकते हैं। वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश भी कर रहे हैं।

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अविनाश एक अमेरिकी सरकारी एजेंसी के माध्यम से आलिया को बचाने की कोशिश करता है लेकिन कोई फायदा नहीं होता। इसके बाद वह खुद सीरिया जाने की योजना बना रहा है। इससे पहले, अविनाश अपने एक कास्टिंग डायरेक्टर दोस्त को आलिया जैसी दिखने वाली लड़की ढूंढने के लिए 5 दिनों के लिए दुबई में रहने के लिए कहता है। सीरिया में कैसे घुसेगा अविनाश? आलिया जैसी दिखने वाली लड़की उसके मिशन में कैसे मददगार साबित होगी? और क्या वह अपने दोस्त की बेटी को सुरक्षित बचा पायेगा? ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए आपको सीरीज के आखिरी तीन एपिसोड देखने होंगे।

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अभिनय

अगर आपने पहला सीज़न देखा है तो दूसरा सीज़न ज़रूर देखने लायक है। आपको बता दें कि इस पूरे सीजन की जिम्मेदारी मोहित रैना के कंधों पर है और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बेहतरीन तरीके से निभाया है. वह एक सुरक्षा सलाहकार की भूमिका में बिल्कुल फिट बैठते हैं। अनुपम खेर ने भी दमदार एक्टिंग की है। पहले पार्ट के मुकाबले इस पार्ट में कश्मीरा परदेसी ने काफी प्रभावित किया है। कुल मिलाकर सभी कलाकारों ने अपना काम अच्छे से किया है।

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डायरेक्शन 
नीरज पांडे द्वारा निर्मित इस सीरीज का निर्देशन भाव धूलिया ने किया है। सीरीज के शुरुआती एपिसोड्स ने जिस तरह सस्पेंस और थ्रिल बनाए रखा, आखिरी एपिसोड्स थोड़े कमजोर नजर आते हैं। सब कुछ कुछ हद तक पूर्वानुमानित लगता है। हालांकि, फिर भी एक्शन सीक्वेंस और एक्टर्स की एक्टिंग आपका दिल जीतने में कामयाब रहती है। वहीं, अगर आप पहला भाग देखने के बाद दूसरा भाग नहीं देखेंगे तो आपके मन में तमाम तरह के सवाल घूमते रहेंगे। ऐसे में आप फ्रीलांसर का यह सीजन देख सकते हैं।

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