Gladiator II Movie Review: एक्शन लवर्स के लिए खास होगी ये मूवी, इस फैंटसी ड्रामा फिल्म को देखने से पहले पढ़े रिव्यु
मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - हॉलीवुड की फैंटेसी ड्रामा फिल्म ग्लैडिएटर II फैंस को काफी पसंद आ रही है। रिडले स्कॉट की ग्लैडिएटर II रिलीज हो गई है। अगर आप भी इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे हैं तो फिल्म का ये रिव्यू पढ़ सकते हैं। ग्लैडिएटर II चार साल के इंतजार के बाद सिनेमाघरों में आ चुकी है। 'ग्लैडिएटर II' में कॉमोडस के भतीजे लुसियस (पॉल मेस्कल) की कहानी दिखाई गई है। इसमें डेनजेल वाशिंगटन, पेड्रो पास्कल, जोसेफ क्विन, फ्रेड हेचिंगर और कोनी नीलसन जैसे सितारे हैं।

ग्लैडिएटर II युद्ध, खूनी संघर्ष और राजनीतिक साजिश का मिश्रण है। इस फिल्म की कहानी रोम से शुरू होती है, जहां जुड़वां सम्राट गेटा (जोसेफ क्विन) और कैराकल्ला (फ्रेड हेचिंगर) राज करते हैं। जब जनरल मार्कस एकेसियस (पेड्रो पास्कल) उत्तरी अफ्रीकी प्रांत न्यूमिडिया के खिलाफ अभियान का नेतृत्व करता है, तो लुसियस वेरस (पॉल मेस्कल) के लिए चीजें गंभीर मोड़ लेती हैं, जिसकी पत्नी युद्ध में मारी जाती है। लुसियस का दुख उसे ग्लैडीएटोरियल क्षेत्र में धकेल देता है, जो आने वाले युद्धों के लिए मंच तैयार करता है।

कहानी का प्लॉट
फिल्म की कहानी की बात करें तो यह फिल्म योद्धा मैक्सिमस और उसके बेटे लुसियस के इर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म में मावलुसियस का किरदार पॉल मेस्कल ने निभाया है। बेटा भी अपने पिता की तरह एक शक्तिशाली योद्धा है जो रोम के अत्याचारी शासकों के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है। इस युद्ध में उसकी पत्नी अरिस्ता भी उसका साथ देती है, जो खुद भी एक अच्छी योद्धा है। फिल्म में अरिस्ता का किरदार कोनी ने शानदार तरीके से निभाया है। फिल्म की कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब लुसियस लड़ते-लड़ते एक ग्लैडीएटर का रूप ले लेता है, अब देखना यह है कि लुसियस रोम के अत्याचारों से कैसे लड़ता है और इस युद्ध का क्या नतीजा निकलता है।

स्टार परफॉर्मेंस
फिल्म में सबसे दमदार एक्टिंग मैक्रिनस के किरदार में डेनजेल वाशिंगटन ने की है, जो एक पूर्व गुलाम था और अब एक ग्लैडीएटर ट्रेनर बन गया है। वाशिंगटन का किरदार बेहतरीन है, उनका किरदार लगातार एक आकर्षक मास्टर और एक मैकियावेलियन योजनाकार के बीच बदलता रहता है। लुसियस और उसकी माँ लुसिला (कोनी नीलसन) के बीच का रिश्ता भी कहानी को कुछ भावनात्मक वज़न देता है। पहली ग्लेडिएटर फ़िल्म को दुनिया भर में प्रशंसा मिली।

एक नज़र में
मेरे ख़याल से फ़िल्म के सभी एक्शन सीक्वेंस कमाल के हैं। चाहे योद्धाओं का गेटअप हो या खून-खराबा, सभी सीन आपको हैरान कर देंगे। इस फ़िल्म की सिनेमेटोग्राफी बेहतरीन है, जो पुराने माहौल के युद्ध के माहौल को हकीकत में पेश करती है। फ़िल्म का बैकग्राउंड म्यूज़िक कमाल का है और हर सीन में जान डालने का काम करता है। यह फ़िल्म पिछली फ़िल्म से काफ़ी बेहतर है, इस बार कहानी को ज़्यादा डेवलप किया गया है। हालाँकि फ़िल्म थोड़ी लंबी है, लेकिन आपका मनोरंजन करने में कोई कसर नहीं छोड़ती।

कुल मिलाकर
अगर आप अच्छी कहानियों और बेहतरीन एक्शन के शौकीन हैं और इस फ़िल्म का पहला भाग देख चुके हैं, तो इस फ़िल्म को मिस न करें और अपने दोस्तों और परिवार के साथ यह फ़िल्म देखें। फ़िल्म पूरी तरह से पैसे वसूल है।

