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Ghudchadi Review : दो पीढ़ियों के रोमांस में लगा कॉमेडी का तड़का, Sanjay Dutt और रवीना की जोड़ी ने बांधा समां 

Ghudchadi Review : दो पीढ़ियों के रोमांस में लगा कॉमेडी का तड़का, Sanjay Dutt और रवीना की जोड़ी ने बांधा समां 

मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - लंबे समय बाद दर्शक संजय दत्त और रवीना टंडन को फिर से रोमांस करते हुए देख पाएंगे, लेकिन इस बार रोमांस में विलेन कोई और नहीं बल्कि उनके बच्चे होंगे, क्योंकि उनके बच्चे भी एक दूसरे से रोमांस कर रहे हैं। ऐसी ही एक जटिल रोमांटिक कॉमेडी लेकर आए हैं बिनॉय के गांधी, जिनके निर्देशन में बनी फिल्म 'घुड़चढ़ी' 9 अगस्त को जियो सिनेमा पर रिलीज हो चुकी है।

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कहानी
वीर शर्मा (संजय दत्त) के बेटे चिराग शर्मा (पार्थ समथान) का प्यार मेनका (रवीना टंडन) की बेटी देविका (खुशाली कुमार) से परवान चढ़ रहा है। लेकिन इसी दौरान संजय दत्त की मुलाकात रवीना टंडन से होती है और उनकी सालों से दबी ख्वाहिशें फिर से जाग जाती हैं और उनकी प्रेम कहानी शादी तक पहुंचने लगती है। अब क्या उनके बच्चे उनकी शादी में बाधा बनेंगे या फिर वो दोनों अपने बच्चों की शादी में बाधा बनेंगे, इन सभी सवालों के जवाब आपको ये फिल्म देखकर पता चलेंगे। फिल्म में दो पीढ़ियों के बीच के प्यार को मजेदार तरीके से दिखाया गया है, साथ ही इस रोमांटिक कहानी को कॉमेडी से भी भरपूर तड़का दिया गया है।

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अभिनय
संजय दत्त ने हमेशा की तरह बेहतरीन अभिनय किया है, उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। उनके व्यक्तित्व की खूबसूरती फिल्म में पूरी तरह झलकती है। रवीना टंडन फिल्म में एक ताजगी लेकर आई हैं। उम्र का उन पर कोई असर नहीं है। उन्होंने अपना चुलबुला स्वभाव बरकरार रखा है। पार्थ समथान ने भी बेहतरीन अभिनय किया है और अपना सौ प्रतिशत दिया है। उन्होंने पहले भी कई टीवी शो किए हैं और अब उनके अभिनय में गंभीरता साफ देखी जा सकती है। खुशाली कुमार खूबसूरत लगी हैं और उन्होंने बेहतरीन अभिनय किया है। अरुणा ईरानी ने भी फिल्म में कल्याणी देवी का किरदार बखूबी निभाया है।

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निर्देशन
बिनॉय के गांधी का निर्देशन बहुत बढ़िया है, उन्होंने कहानी को कहीं भी नीरस नहीं होने दिया और फिल्म देखने के बाद दर्शकों को खुशी महसूस होती है। उन्होंने कलाकारों का चयन बहुत सावधानी से किया है और अपनी कोशिशों में पूरी तरह सफल रहे हैं। फिल्म के तकनीकी पहलू जैसे फोटोग्राफी, स्क्रीनप्ले और एडिटिंग बेहतरीन हैं। संक्षेप में कहें तो फिल्म में वे सभी तत्व हैं जो इसे एक पारिवारिक रोमांटिक कॉमेडी बनाते हैं।

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संगीत
फिल्म का संगीत तनिष्क बागची और सुखबीर ने दिया है और गीत भी तनिष्क बागची और सुखबीर ने ही लिखे हैं। फिल्म का संगीत मधुर है और इसके गाने चार्टबस्टर बन रहे हैं। फिल्म में दो गाने हैं और दोनों ही पंजाबी भाषा में हैं। दिल वसदा और पंजाबी मुंडे पौन भांगड़ा, दोनों ही गाने मजेदार हैं।

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