Accident or Conspiracy: Godhra Review : गोधरा कांड के कई रहस्यों को उजागर करती है ये फिल्म, विचलित कर देगी नरसंहार की ये कहानी
मनोरंजन न्यूज़ डेस्क - गोधरा विवाद के बाद अब सिनेमाघरों में फिल्म एक्सीडेंट या कॉन्स्पिरेसी रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म काफी समय से चर्चा में थी, पहले सेंसर और फिर लोकसभा चुनाव के कारण। 2002 में गुजरात के गोधरा रेलवे स्टेशन पर साबरमती ट्रेन के दो डिब्बों में आग लगाकर 59 लोगों को जलाकर मार डालने की घटना पर आधारित यह फिल्म कई सवालों के जवाब देती है और कई नए सवाल भी खड़े करती है।

कहानी
फिल्म अपने टाइटल के मुताबिक 2002 में गुजरात में हुए साबरमती ट्रेन हादसे की बात करती है। दरअसल, गुजरात दंगे और साबरमती ट्रेन में 59 लोगों को जलाकर मार डालने की घटना को एक ही घटना माना जाता है, लेकिन इस फिल्म में फिल्ममेकर सिर्फ इस बात की जांच करते हैं कि साबरमती ट्रेन हादसा एक हादसा था या साजिश और क्या यह सच था। फिल्म में इस्तेमाल किए गए सीन विचलित करने वाले हैं, जैसे जले हुए शवों को अस्पताल ले जाना और शव को उठाने पर जला हुआ सिर अलग हो जाना। युवा अभिमन्यु अपने कॉलेज प्रोजेक्ट के लिए गोधरा का विषय चुनता है और सवाल करता है कि क्या दंगों में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया था। फिल्म गोधरा की वास्तविक घटना की जांच करती है। कोर्ट रूम में बहस को दिखाते हुए कहानी आगे बढ़ती है। फिल्म की कहानी गोधरा के स्टेशन मास्टर के खुशहाल परिवार और अयोध्या के लिए रवाना होते कारसेवकों के जरिए आगे बढ़ती है।

निर्देशन
फिल्म का लेखन और निर्देशन बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया गया है। कोर्ट रूम में हुई वास्तविक घटना, फ्लैशबैक और युवा अभिमन्यु द्वारा गोधरा की सच्चाई जानने की कोशिशें पूरी फिल्म को अंत तक बांधे रखती हैं। इसके साथ ही फिल्म के संवाद और पटकथा इस कहानी को बखूबी पेश करते हैं। इतना ही नहीं एक बेहद विवादित विषय पर बेहद संवेदनशील तरीके से काम किया गया है।

अभिनय
फिल्म में रणवीर शौरी, मनोज जोशी की एक्टिंग बेहद शानदार है, कोर्ट के सीन असली लगते हैं। स्टेशन मास्टर की भूमिका में एक्टर हितू कनोडिया और उनकी पत्नी की भूमिका में डेनिशा घुमरा पूरी फिल्म में बेहद शानदार रहे हैं। ट्रेन में यात्री की भूमिका निभाने वाली अक्षिता नामदेव ने भी तुलसी देवी के रूप में बहुत अच्छा अभिनय किया है। फिल्म में अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाने वाले गणेश यादव, गुलशन पांडे, मकरंद शुक्ला ने भी अपने अभिनय से प्रभाव छोड़ा है।

