Shahrukh Khan के जिस सिग्नेचर पोज़ पर मर मिटती है लाखों हसीनाएं क्या आप जानते है कहां से आया वो, SRK सने सुनाया दिलचस्प किस्सा
गॉसिप न्यूज़ डेस्क - शाहरुख खान का ऐसा कोई फैन नहीं है जिसने उनके सिग्नेचर पोज को कॉपी न किया हो। शाहरुख अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपने सिग्नेचर पोज के लिए भी काफी मशहूर हैं। 'बादशाह', 'कभी अलविदा ना कहना', 'कल हो ना हो', 'हैप्पी न्यू ईयर' और 'स्वदेस' जैसी कई फिल्मों में उनका सिग्नेचर पोज देखने को मिला है। इतना ही नहीं शाहरुख जब अपने बंगले के बाहर खड़े सभी फैन्स से मिलते हैं, तब भी ये नजारा देखने को मिलता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शाहरुख का ये आइकॉनिक पोज कहां से आया? इसके पीछे की कहानी खुद किंग खान ने बताई थी। ये बात 90 के दशक की है जब हिंदी फिल्मों में डिप डांस काफी पसंद किया जाता था। लेकिन शाहरुख खान को ये नहीं आता था तो ऐसे में वो क्या कर सकते थे। इसलिए उस वक्त शाहरुख खान के लिए एक अलग पोज बनाया गया।
शाहरुख नहीं कर पाते थे डिप्स
शाहरुख खान ने लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में अपने इस पोज के पीछे की कहानी बताई शाहरुख ने कहा, "मैं वो डांस स्टेप नहीं कर पा रहा था और मुझे इसके लिए काफी शर्मिंदगी महसूस हो रही थी. मैंने रातभर उस स्टेप की प्रैक्टिस की, ताकि मैं उसे सही तरीके से कर सकूं। लेकिन अगली सुबह जब मैं सेट पर आया, मुझे याद है कि उस समय कोरियोग्राफर सरोज जी थीं। तो उन्होंने कहा कि तुम वो स्टेप नहीं कर पा रहे हो, इसलिए वहीं ठीक से खड़े हो जाओ और अपनी बाहें फैला दो. तब मैंने उनसे कहा कि नहीं-नहीं मैं वो स्टेप करूंगा।
फिर ऐसे आया आइकॉनिक पोज शाहरुख खान आगे बताते हैं, "उस वक्त सरोज जी ने कहा कि नहीं, नहीं इसकी कोई जरूरत नहीं है, ये आप पर भी अच्छा नहीं लग रहा है। वो अपनी बात पर अड़ी रही। तो उन्होंने मुझे डिप नहीं करने दिया और मुझे बस अपनी बाहें फैलानी पड़ीं। फिर मैं अगले दिन सेट पर गया, वहां दूसरा स्टेप करना थोड़ा मुश्किल था। फिर मैंने फराह से कहा चलो इसे काट देते हैं और बस बाहें फैला देते हैं. मैं इसे बार-बार दोहराता रहा और लगातार अभ्यास के बाद पोज साइंटिफिक हो गया. मैं बस आप सबको बेवकूफ बना रहा था, इसमें कुछ नहीं है, बस अपनी बाहें फैला दो।"