Viju Khote Birth Anniversary: नाम में खोटे लेकिन काम में खरे थे शोले के कालिया, आखिर फेमस होने के बाद भी जाने क्यों मांगना पड़ा काम ?
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के हरफनमौला कलाकार विजू खोटे। बॉलीवुड में उनका सफर काफी लंबा रहा। 'अंदाज अपना अपना' में रॉबर्ट बनकर उन्होंने दर्शकों को खूब हंसाया तो 'शोले' में कालिया बनकर उन्हें डरा दिया। उनका डायलॉग 'मैंने आपका नमक खाया है सरदार' आज भी बच्चे-बच्चे की जुबान पर है। उन्हें एक्टिंग विरासत में मिली, क्योंकि उनके पिता और बहन दोनों ही इंडस्ट्री से जुड़े थे। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट शुरुआत की थी। ये अलग बात है कि इतना काम करने के बावजूद एक वक्त ऐसा भी आया जब वो प्रोड्यूसर और डायरेक्टर्स के चक्कर काटते और उनसे काम मांगते थे। चलिए आज बात करते हैं सैटरडे सुपरस्टार में विट्ठल बापूराव खोटे उर्फ विजू खोटे की।विजू खोटे का जन्म 17 दिसंबर 1941 को मुंबई में हुआ था। उनका जन्म का नाम विट्ठल बापूराव खोटे था। उन्होंने 440 से ज्यादा हिंदी और मराठी फिल्मों में काम किया। हालांकि, उन्हें फिल्म 'शोले' में कालिया के किरदार के लिए जाना जाता है। उनका डायलॉग 'मैंने आपका नमक खाया है सरदार' काफी मशहूर हुआ था। वहीं, फिल्म 'अंदाज अपना अपना' का उनका डायलॉग 'गलती से मिस्टेक हो गया' भी काफी मशहूर है।
टीवी पर भी किया काम
फिल्मों के अलावा विजू खोटे ने टीवी पर भी काम किया है। टीवी पर उन्हें सबसे ज्यादा 'जबान संभाल के' (1993) में उनके किरदार के लिए याद किया जाता है। उन्होंने कई सालों तक मराठी थिएटर में भी काम किया। विजू खोटे की बहन शुभा खोटे फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस थीं। वह विजू से पांच साल बड़ी थीं। विजू के पिता नंदू खोटे जाने-माने स्टेज एक्टर थे। उन्होंने कई मूक फिल्मों में काम किया। बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस दुर्गा खोटे का भी विजू से रिश्ता था।

इसलिए करते थे कॉमेडी रोल
जब विजू छोटे थे, तब उनके पिता नंदी ने उन्हें बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में काम करने की सलाह दी थी। इसके बाद उनके पिता ने एक फिल्म बनाई जिसमें विजू ने महमूद के दोस्त का रोल किया था। उस समय शुभा और महमूद की जोड़ी काफी मशहूर थी। कहा जाता है कि जब विजू ने फिल्मों में काम करना शुरू किया था, तब यह तय नहीं था कि वह इसी क्षेत्र में अपना करियर बनाएंगे। वह पढ़ाई में काफी अच्छे थे, इसलिए लोगों को लगा कि वह किसी और क्षेत्र में नाम कमाएंगे। उन्होंने एक प्रिंटिंग प्रेस भी खोली, जिसे उन्होंने दो साल तक चलाया। इसी दौरान मनमोहन देसाई से उनकी दोस्ती बढ़ी। उन्होंने दो फिल्मों में काम किया, एक में उन्होंने विलेन का किरदार निभाया और दूसरी में वह कॉमेडियन थे। उन्होंने दोनों ही रोल बखूबी निभाए। चूंकि विलेन का किरदार निभाने के बाद काफी पिटाई होती है, इसलिए विजू ने कॉमेडी रोल करना पसंद किया।

'शोले' की शूटिंग का दिलचस्प किस्सा
जानकारी के मुताबिक, फिल्म 'शोले' में गब्बर सिंह का किरदार निभाने वाले अमजद खान और विजू अच्छे दोस्त थे और दोनों ने थिएटर में साथ काम किया था। अमजद ने ही विजू को कालिया का रोल दिलवाया था। इसकी शूटिंग के दौरान एक वाकया है कि विजू को बैठने के लिए घोड़ी दी गई थी। स्पॉटबॉय जैसे ही छाता खोलता, घोड़ी भड़क जाती और विजू को फेंक देती। विजू ने 30 सितंबर 2019 को 77 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। वह 77 साल के थे। मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से उनका निधन हो गया। विजू खोटे को आज भी एक मंझे हुए एक्टर के तौर पर याद किया जाता है और हमेशा याद किया जाएगा।

